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Jharkhand News : झारखंड में बकरी शेड का हो रहा दुरुपयोग, बकरियों की जगह रह रहे आम लोग, ऐसे हुआ खुलासा

Jharkhand News : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला प्रखंड की 22 पंचायतों में बकरी शेड योजनाओं का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है. कई जगह ऐसे मामले सामने आये हैं, जहां बकरी शेड में बकरियों की जगह लोग रह रहे हैं. उन्होंने मनरेगा योजनाओं का निरीक्षण किया, जिसमें कई खामियां पाई गईं.

By Guru Swarup Mishra | September 17, 2022 5:14 PM

Jharkhand News : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला प्रखंड की 22 पंचायतों में बकरी शेड योजनाओं का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है. कई जगह ऐसे मामले सामने आये हैं, जहां बकरी शेड में बकरियों की जगह लोग रह रहे हैं. उन्होंने मनरेगा योजनाओं का निरीक्षण किया, जिसमें कई खामियां पाई गईं. उन्होंने विभागीय अभियंताओं को सुधार करने का निर्देश दिया.

डीडीसी प्रदीप प्रसाद आज शनिवार को अपनी टीम के साथ घाटशिला प्रखंड की जोडसा पंचायत पहुंचे और कई योजनाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने मनरेगा योजनाओं का निरीक्षण किया, जिसमें कई खामियां पाई गईं. उन्होंने विभागीय अभियंताओं को सुधार का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि जल्द सुधार करें अन्यथा विभागीय कार्यवाही होगी. डीडीसी इस पंचायत के कई गांवों में गए और मनरेगा योजनाओं के तहत चल रही आम बागवानी का निरीक्षण किया, जहां कई पौधे लगाने के बाद मृत पाए गए या फिर बकरियां चर गई थीं. इसे देख नाराजगी जाहिर करते हुए लाभुक समिति और संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सिर्फ आम बागवानी कर ना छोड़ा जाए, इसकी सुरक्षा की भी गारंटी ली जाए.

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घाटशिला प्रखंड की 22 पंचायतों में बकरी शेड योजनाओं का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है. कई जगह ऐसे मामले सामने आये हैं, जहां बकरी शेड में बकरियों की जगह लोग रह रहे हैं. पीएम आवास योजनाओं की स्वीकृति में अड़चनें आने के कारण कई बिचौलिए लाभुकों के नाम पर बकरी शेड की स्वीकृति कराते हैं और उस बकरी शेड में बकरियों को रखने की जगह इंसान कुछ पैसे और लगाकर घर बना ले रहे हैं, जहां लोग रहते हैं. ऐसे कई मामले सामने आने के बाद विभागीय जांच की मांग भी उठ रही है. डीडीसी प्रदीप प्रसाद ने बकरी शेड, गाय शेड का भी निरीक्षण किया. इसको और बेहतर तरीके से निर्माण करने का भी निर्देश दिया ताकि जानवर से सुरक्षित रहे और बीमारी से ग्रसित ना हो. निरीक्षण के दौरान डीडीसी के साथ कनीय अभियंता गौरव राज गुप्ता, राजीव कुमार महतो, बीपीओ सोनाराम किस्कू, एपीओ अखिलेश कुमार, रोजगार सेवक महावीर भी उपस्थित थे.

रिपोर्ट : मो परवेज, घाटशिला, पूर्वी सिंहभूम

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