गोड्डा : बासुकिनाथ पूजा करने जा रहे दो युवकों की सड़क हादसे में हुई मौत
घटना से परिजन काफी आक्रोशित थे. बताया जाता है कि मृतक का परिवार अत्यंत गरीब है. संटू मंडल यहां मेला स्टोर में काम करता था. परिवार का पेट वही पालता था. ग्रामीण परिजनों को मुआवजा दिलाये जाने की भी मांग कर रहे थे.
गोड्डा में सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गयी है. घटना गोड्डा-हंसडीहा मार्ग पर पांडुबथान नया समाहरणालय मोड़ के पास की है. मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मछिया सिमरडा गांव के रहने वाले बताये जाते हैं. मृतकों के नाम संटू मंडल (34) व प्रदीप कुमार साह (36) उर्फ प्रदीप मंडल है. दोनों एक ही बाइक पर सवार होकर बाबा बासुकीनाथ धाम पूजा करने जा रहे थे. संटू मंडल प्रत्येक सोमवारी को बासुकीनाथ धाम पूजा करने जाता था. इस बार भी वह जा रहा था. तकरीबन सुबह 3.30 बजे घर से निकला था. पांडुबथान के समीप घटना सुबह 4.15 के आसपास की बतायी जाती है. संटू मंडल की मौत दुर्घटना के तुरंत बाद हो गयी, जबकि प्रदीप कुमार साह की मौत थोड़ी देर बाद हुई. दोनों के सिर में गंभीर चोट है. संभवत कार से धक्का लगने के बाद दोनों नगर थाना की पुलिस के बैरियर से भी टकरा गये, जिसके कारण सिर आदि में गंभीर चोट लगी और दोनों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. पुलिस द्वारा कार को भी जब्त कर लिया गया है. जब्त कार का नंबर जेएच 17 जेड 6727 है. कार का हिस्सा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. कार बारात से लौट रही थी. तभी हादसा हुआ है. शव को पुलिस प्रशासन व गांव के लोगों की मदद से सदर अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमार्टम करा दिया गया.
घटना के बाद आक्रोशित दिखे परिजन व ग्रामीण
घटना से परिजन काफी आक्रोशित थे. बताया जाता है कि मृतक का परिवार अत्यंत गरीब है. संटू मंडल यहां मेला स्टोर में काम करता था. परिवार का पेट वही पालता था. ग्रामीण परिजनों को मुआवजा दिलाये जाने की भी मांग कर रहे थे. पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद गांव के लोग दोमुही चौक जाम करने की फिराक में थे. इस मंशा को एसडीपीओ व नगर थानेदार आदि के द्वारा भांप लिया गया था, जिसके बाद पुलिस ने शव को सरकारी मोक्ष यात्रा वाले वाहन से सीधे गांव पहुंचा दिया. एसडीपीओ जेपीएन चौधरी सहित इंस्पेक्टर ने मुआवजे के लिए सीधे तौर पर पहल की, तब जाकर जाम की संभावना खत्म हुई.
क्या कहा पुलिस अधिकारी ने
गोड्डा एसडीपीओ जेपीएन चौधरी ने कहा कि दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद घर भेज दिया गया है. मृतक के परिजनों को आर्थिक तौर पर मदद मुहैया कराया गया है. अन्य पारिवारिक लाभ भी सरकारी तौर पर उपलब्ध कराया जाएगा.