गोड्डा : पोड़ैयाहाट में नौवीं कक्षा की छात्रा ने जहर खाकर की खुदकुशी, कारण स्पष्ट नहीं
गोड्डा जिले में खुदकुशी के मामले में बढोतरी देखी जा रही है. इसके पहले भी महागामा में दो-दो खुदकुशी के मामले हुए हैं. उत्तरोत्तर बढ़ोतरी का कारण है कि इस प्रकार के ज्यादातर मामले में घरेलू स्तर पर किसी प्रकार की काउंसलिंग नहीं हो पा रही है.
गोड्डा : पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र के नवडीहा गांव की 17 वर्षीय किशोरी ने कीटनाशक दवा खाकर खुदकुशी कर ली है. घटना बुधवार सुबह की है. किशोरी नवम वर्ग में पढ़ रही थी. घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है. किशोरी की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. किशोरी को अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा हरसंभव तरीके से बचाने का प्रयास किया गया. लेकिन किशोरी की जान नहीं बच सकी. घटना के संबंध में किशोरी की मां की ओर से सदर अस्पताल में पुलिस को बताया कि सुबह उठने के बाद दिनचर्या होने पर किशोरी को स्कूल जाने के लिए कहा गया था. कक्षा नौ की छात्रा थी. मिशन स्कूल में पढ़ाई करती थी. परंतु, स्कूल जाने से किशोरी ने इंकार कर दिया. इसके उपरांत किशोरी की मां अपने घरेलू कामकाज में व्यस्त हो गयी. मृतक की मां ने बताया कि बेटी को बोले जाने के बाद वह बहियार धान काटने के लिए निकल गयी तथा बेटा आलू की बाड़ी में चला गया. जैसे ही किशोरी का भाई लौटा अपनी बहन को असहज हालत में पाया. इसके बाद किशोरी की मां व छोटे भाई की ओर से उसे घर में ही नमक-पानी का घोल पिलाया गया. बताया कि छात्रा ने जूं मारने की दवा का सेवन कर लिया. इसके बाद हालात और बिगड़ गयी. काफी देर बाद सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया गया. यहां स्थिति और भी बदतर हो गयी और नाबालिग ने दम तोड़ दिया. मां ने बताया कि किशोरी के पिता एवं बड़े भाई गुजरात प्रदेश कमाने के लिये गये हुए हैं. किशोरी की मौत होने पर अस्पताल से नगर थाना को सूचित किया गया था. इसके बाद पंचनामा करने के लिए एसआइ मुकेश कुमार सिंह व महिला एएसआइ सूर्यमणि सोय भी पहुंचे. दोनों ने मिलकर पंचनामा किया, तब जाकर शव का पोस्टमार्टम किया गया. नगर थाना द्वारा लिये गये बयान को पोड़ैयाहाट थाना भेजा गया है. वहां की पुलिस इस मामले में अनुसंधान करेगी.
दो माह में आत्महत्या के आठ से अधिक केस दर्ज
गोड्डा जिले में खुदकुशी के मामले में बढोतरी देखी जा रही है. इसके पहले भी महागामा में दो-दो खुदकुशी के मामले हुए हैं. दोनों मामले में विवाहिता ने फंदे से लटक कर जान दे दी. तीसरा व चौथा मामला पथरगामा का रहा. पथरगामा में दोनों मामले में विवाहिता ने फंदे से झूलकर जान दी. एक मामला अक्तूबर का था, जबकि दूसरा मामला नवंबर में हाल के दिनों का है. पांचवा मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुर्मीचक गांव का था. इसमें भी नौंवी की छात्रा ने जहर खाकर खुदकुशी की थी. छठा मामला बसंतराय में हुआ, जिसमें नाबालिग ने फंदे से झूलकर जान गंवा दी. सातवां व आठवां मामला दोनों पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र का रहा. इसमें एक घटना में गली के बिजली के खंभे से झूलकर युवक ने अपनी जान गंवायी थी. बुधवार को जहर खाकर किशोरी ने फिर खुदकुशी कर ली. उत्तरोत्तर बढ़ोतरी का कारण है कि इस प्रकार के ज्यादातर मामले में घरेलू स्तर पर किसी प्रकार की काउंसलिंग नहीं हो पा रही है. दूसरा शैक्षिक माहौल भी घर का सही नहीं रहने से घरेलू स्तर पर मारपीट की घटनाएं होती है. डर से नाबालिग खुदकुशी का रास्ता चुन लेती है.
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