गोड्डा : पथरगामा में चिकित्सा प्रभारी की गाड़ी 20 सालों से है कबाड़, नहीं है सरकारी वाहन
एक ओर जहां बीडीओ, सीओ, पुलिस निरीक्षक व थाना में उपलब्ध सरकारी वाहन की समय-समय पर मरम्मत करायी जाती रहती है, लेकिन अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी के सरकारी वाहन का मरम्मत नहीं होना, सिस्टम पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पथरगामा में चिकित्सा प्रभारी के क्षेत्र भ्रमण करने वाला वाहन जीप वर्षों से धूल फांकता नजर रहा है. बता दें कि पिछले कई वर्षों से चिकित्सा प्रभारी के क्षेत्र भ्रमण के लिए कोई सरकारी वाहन उपलब्ध नहीं है. अस्पताल में लगभग 33 वर्ष पूर्व जो सरकारी जीप चिकित्सा प्रभारी के भ्रमण के लिए था, वह पुराना हो जाने व मरम्मत के अभाव में पूरी तरह से जीर्ण-शीर्ण हो चुका है. वर्तमान समय में जीप का इंजन व कलपुर्जा जंक लगकर जाम हो चुका है. इसके साथ ही वाहन का अधिकांश हिस्सा सड़ चुका है. वाहन का चक्का, बैटरी, सीट आदि खराब हो चुका है. सरकारी वाहन की खिड़की का शीशा भी टूट फुटकर खराब हो चुका है. वर्षों से एक जगह पर खड़ा रहने के कारण वाहन के अंदर बाहर जंगली पौधे उग चुके हैं. वर्तमान समय में अगर वाहन की मरम्मत कराई जाय तो लगभग ढाई लाख रुपये से भी अधिक खर्च हो सकते हैं.
विगत 20 वर्ष से चिकित्सा प्रभारी के क्षेत्र भ्रमण करने वाला सरकारी वाहन खराब पड़ा हुआ है. निजी वाहन से चिकित्सा प्रभारी व चिकित्सक क्षेत्र भ्रमण किया करते हैं. पुराने वाहन का ऑक्सन भी नहीं कराया जा रहा है. यहां ध्यान देने वाली बात है कि एक ओर जहां बीडीओ, सीओ, पुलिस निरीक्षक व थाना में उपलब्ध सरकारी वाहन की समय-समय पर मरम्मत करायी जाती रहती है, लेकिन अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी के सरकारी वाहन का मरम्मत नहीं होना, सिस्टम पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है. सरकार, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में गंभीर होने की जरूरत है. चिकित्सक के क्षेत्र भ्रमण के लिए या तो पुराने वाहन की मरम्मत करायी जानी चाहिए या फिर नया वाहन उपलब्ध कराया जाना चाहिए. इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पथरगामा के चिकित्सा प्रभारी डॉ आर के पासवान न कहा कि विभाग के वरीय पदाधिकारी को वाहन की समस्या से अवगत कराया गया है.
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