Good Friday 2022: ईसाई धर्म में प्रभु ईसा मीह के बलिदान को याद करने के लिए इस दिन को गुड फ्राइडे कहा जाता हैं. गुड फ्राइडे के अलावा इस दिन को होली फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे और ब्लैक फ्राइडे नाम से भी जाना जाता हैं.भले ही इसे गुड फ्राइडे के नाम से जाना जाता है, लेकिन इस पर्व में गुड जैसा कुछ नहीं होता. यहां गुड से तात्पर्य होली से है. गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया था. आपके मन में सवाल होगा कि अगर इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया था तो इस दिन को फिर ‘गुड फ्राइडे’ क्यों कहा जाता है. आखिर क्या है इसके पीछे की कहानी और इन दिन का महत्व.
गुड फ्राइडे की शुरुआत राख बुधवार यानी ऐश वेडनेसडे (Ash wednesday) से होती है. इसी दिन से चालीसा यानी lent की शुरुआत होती है. कई लोग 40 दिनों तक उपवास रखते हैं वहीं कुछ लोग हर शुक्रवार को उपवास रखते हैं. इन 40 दिनों में पड़ने वाले हर शुक्रवार को क्रूस रास्ता निकाला जाता है. क्रूस रास्ता के दौरान उन पलों को याद किया जाता है जब जीसस ने क्रूस ढोया था.
इस दिन लोग उपवास रखते हैं और चर्च में विशेष प्रार्थना की जाती हैं. क्योंकि ये पर्व शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है इसलिए इस दिन गिरजाघरों में घंटा न बजाकर लकड़ी के खटखटे बजाए जाते हैं. लोग चर्च में क्रॉस चूमकर भगवान का स्मरण करते हैं. इस दिन दान-धर्म के कार्य किए जाते हैं.
गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय का प्रमुख त्योहार है. इसे ईस्टर संडे से पहले शुक्रवार को ही मनाया जाता है. ईसाई समुदाय के लोग ईसा मसीह को मानते हैं और इस दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था. ईसा मसीह को सूली चढ़ाने के 2 बाद ही रविवार को फिर जिंदा हो उठे थे, जिसकी ख़ुशी में ईस्टर संडे मनाया जाता है.