Jharkhand News (अरिंदम/निवास, धनबाद) : झारखंड में बढ़ते संक्रमण के बीच आज यह हर लोगों की जुबान पर है. वर्तमान में इसकी रोकथाम को लेकर सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इसके इतर, झारखंड में कुछ ऐसे गांव भी हैं, जहां पहले से ही एहतियात बरतने के कारण कोरोना ने दस्तक नहीं दी है. जो राहत की बात है.
धनबाद जिला अंतर्गत निरसा प्रखंड मुख्यालय से महज 5-6 किमी दूर बेलकुपा पंचायत के बेलकुपा गांव में एक भी कोरोना संक्रमित का न मिलना अपने आप में एक मिसाल बन गया है. वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर में भी इस गांव में अब तक एक भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है. इसके लिए जिप सदस्य रेणुका मोदी, पंचायत के प्रधान (मुखिया) कैलाश मोदी के साथ- साथ गांव वालों ने अथक प्रयास भी किया है.
इस संबंध में जिप सदस्य रेणुका मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष 2020 में कोरोना को लेकर ग्रामीणों को जागरूक करना शुरू किया था. समय-समय पर पूरे गांव को सैनिटाइज कराया गया. ग्रामीणों ने भी सावधानी बरतते हुए साथ दिया. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया.
वहीं, मुखिया कैलाश मोदी ने कहा कि गांव के लोगों को इस महामारी से बचाने के लिए सबसे पहले स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की. सभी लोगों को गर्म पानी पीने की सलाह दी गयी. गांव को स्वच्छ रखने पर विशेष ध्यान दिया गया. पिछले वर्ष दूसरे राज्यों से आये ग्रामीणों की कोरोना जांच कराने के बावजूद दर्जनों लोगों को होम क्वारेंटिन में रखा. प्रवासियों की पहले कोरोना जांच और फिर 14 दिनों का होम आइसोलेशन करवाया गया. ग्रामीणों ने भी हर संभव साथ दिया.
रात्रि गोष्ठी आयोजित कर कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक किया गया. बाहर से आने जाने वाले लोगों से घर के बाहर मिलने, बाहर से काम करने के बाद अपना कपड़ा बाहर ही रख देने का सुझाव पर लोगों ने काम किया. काढ़ा का सेवन सभी लोगों ने अनिवार्य रूप से किया. जागरूकता से ही आज तक यह संभव हो पाया है.
कोरोना काल में गांव में पार्टियों पर पाबंदी है. शादी में नाममात्र के ही लोग उपस्थित होकर शादी करा रहे हैं. गांव के कुछ लोग दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं. उनलोगों को गांव आने पर बिना जांच के गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. जल्द ही जिला प्रशासन से गांव के साथ-साथ पूरे पंचायत को सैनिटाइज कराने की मांग करेंगे.
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ग्रामीण रथू मोदी (75 वर्ष) कहते हैं कि कोरोना महामारी की शुरुआत के साथ ही ग्रामीण गर्म पानी पी रहे हैं. खान-पान पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. घर के सभी सदस्य काढ़ा का निरंतर सेवन कर रहे हैं. वहीं, ग्रामीण कन्हाई लाल महतो (69 वर्ष) कहते हैं कि बाजार के किसी भी होटल का बना हुआ कोई भी व्यंजन खाने पर पूरी तरह प्रतिबंध है. गांव के लोग प्रतिदिन काम करके शाम को अपने-अपने घर आते हैं, तो गांव के बाहर ही अच्छी तरह से हाथ-पैर धोकर ही गांव में प्रवेश करने दिया जाता है.
दूसरी ओर, गायत्री देवी कहती हैं कि कोरोना महामारी से बचने के लिए घर के सभी सदस्य गर्म पानी पी रहे हैं. घर के सभी सदस्य मिलकर साफ-सफाई पर रोजाना ध्यान दे रहे हैं. बाहरी भोजन या व्यंजन नहीं खा रहे हैं. वहीं, वंदना देवी कहती हैं कि पिछले वर्ष बेलकुपा गांव में सैनिटाइजेशन लगातार हो रहा था, लेकिन इस बार अभी तक नहीं हुआ है. इस कारण हम सभी ग्रामीण खुद ही पूरे गांव को साफ रखने का बीड़ा उठाये हैं. गांव के सभी लोगों को गर्म पानी पीने की हिदायत दी जा रही है.
इस संबंध में नीरस सीएचसी के प्रभारी डॉ रोहित गौतम ने कहा कि बेलकुपा गांव में आज तक एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला है. यह ग्रामीणों की जागरूकता से ही संभव हो पाया है. पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने सिस्टमैटिक एवं रूटीन वर्क से इस पर काम किया है. वाकई ग्रामीण बधाई के पात्र हैं.
Posted By : Samir Ranjan.