कोरोना महामारी को लेकर एक तरफ जहां पूरा प्रशासन चिंतित है और इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं, वहीं बरौली प्रखंड की सरफरा पंचायत के छोटा बढ़ेयां गांव में कोरोना को लेकर लापरवाही सामने आयी है. यहां कोरोना के कई मरीजों के मिलने के बाद प्रशासन ने गांव को सील करने का आदेश दिया. लोहे का पाइप लेकर सील करने पहुंचे सिसई के टेंट हाउस मालिक ने गांव में वीरेंद्र सिंह के बथान के पास, बैजनाथ सिंह के घर के पास तथा अनिल सिंह के घर के पास सीलिंग कर दी. सीलिंग के बाद तीनों जगहों की तस्वीरें लीं तथा मात्र दस मिनट में ही तीनों जगहों की सीलिंग उखाड़ ली तथा जिस गाड़ी पर सामान लादकर ले आये थे, उसी गाड़ी पर लाद कर चलते बने.
हालांकि ग्रामीणों ने उनसे लगाने के बाद पुनः उखाड़ने की वजह पूछी, तो उनका जवाब था कि हमें ऐसा ही आदेश है. वहीं छोटा बढ़ेयां के ग्रामीण वीरेंद्र सिंह, पिंटू सिंह, अनिल सिंह, बैजनाथ सिंह, मुन्ना सिंह, रोहित सिंह, प्रिंस सिंह, रिशु सिंह आदि ने आरोप लगाया कि तीनों जगह की सीलिंग करने के बाद मजदूरों ने फोटो खींचकर उखाड़ लिया और चलते बने.
छोटा बढ़ेयां प्रखंड का ऐसा गांव है, जहां कोरोना का संक्रमण ज्यादा है और यहां एक ही घर के दो सहोदर युवा भाइयों सहित पैक्स अध्यक्ष की मौत कोरोना से हो चुकी है. इसके अलावा दर्जनों लोग कोरोना संक्रमित भी हैं. जिसे देखते हुए मुखिया द्वारा पंचायत के हर घर को सैनिटाइज भी कराया जा रहा है. अधिक मरीज होने के कारण इस गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए आवागमन रोकने के लिए सील करने का आदेश प्रशासन द्वारा दिया गया. लेकिन की गयी सीलिंग को मात्र दस मिनट में ही उखाड़ दिया गया. इससे छोटा बढ़ेयां के ग्रामीण दहशत में हैं.
Also Read: तीन जिलों से पटना की घटेगी दूरी, 40 किलोमीटर कम होगा एयरपोर्ट का सफर, 4200 करोड़ की लागत से बनेगा 6 लेन पुल
जानकारी मिली है कि छोट बढ़ेयां में सीलिंग हुई थी. लेकिन ग्रामीणों ने ही उसे उखाड़कर फेंक दिया. तब टेंट वाला अपनी पाइप उठा कर ले गया. यहां फिर से सीलिंग करायी जायेगी. बिहार के छोटा बढ़ेयां गांव में पैक्स अध्यक्ष की कोरोना मौत तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
कृष्णकांत चौबे, सीओ, बरौली
POSTED BY: Thakur Shaktilochan