Gorakhnath temple attack: गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को सोमवार को एटीएस ने गोरखपुर कोर्ट में पेश किया. यहां कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 16 अप्रैल तक मुर्तजा को पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया है. इससे पहले उसे 7 दिन की रिमांड पर रखा गया था.
बता दें, एटीएस ने मुर्तजा अब्बासी की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी. एटीएस लगातार मुर्तजा और उसके परिजनों से पूछताछ में जुटी हुई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, दो अप्रैल को मुर्तजा के घर दो लोग बैंक कर्मचारी बन कर गए थे. उन्होंने मुर्तजा पर 25 लाख रुपये का लोन होने की बात कही और मुर्तजा के बारे में पूछताछ की. जब परिजनों ने उनकी आईडी और बैंक लोन की डिटेल मांगी तो दोनों वहां से चले गए. इस घटना के बाद मुर्तजा को इस बात का भरोसा हो गया कि सुरक्षा एजेंसियां उसके पीछे पड़ी हुई है. इसके बाद दो अप्रैल को वह नेपाल चला गया, लेकिन फिर वहां से तीन अप्रैल को वापस चला आया. इसकी भी जांच चल रही है.
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अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, मुर्तजा यूट्यूब पर जिहाद से संबंधित वीडियो देखता था. इसके अलावा, जिहादी विचारधारा विचारधारा वाली वेबसाइटों को भी सर्च करता था. वह लोन वुल्फ अटैक के वीडियो भी देखता था. इतना ही नहीं, वह सीरिया में लोगों का सिर कलम करने और अमेरिका में 9/11 हमले का वीडियो भी देखता था. फिलहाल पुलिस उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई है.
इसके अलावा, इस बात का भी पता चला है कि मुर्तजा अब्बासी आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने की तैयारी भी कर रहा था. इसकी शुरुआत हनी ट्रैप के जरिए हुई थी. मुर्तजा के पास एक लड़की का फोन आया था, जिसने उससे मदद मांगी थी और कहा था कि वह वहां फंसी हुई है.
Posted By: Achyut Kumar