Gorakhpur: गोरखपुर में घूमने के लिए सिर्फ गोरखनाथ मंदिर ही नहीं है, ये भी हैं खूबसूरत जगहें, जरूर जाएं
Gorakhpur: गोखपुर में घूमने के लिए जगह गोरखनाथ मंदिर, विष्णु मंदिर, गीता वाटिका, आरोग्य मंदिर, इमामबाड़ा, रेल म्यूजियम, रामगढ ताल, विंध्यवासिनी पार्क, गीता प्रेस, तारामंडल नक्षत्रशाला, नौका विहार, चौरी चौरा शहीद स्मारक है.
Gorakhpur: गोखपुर में घूमने के लिए जगह गोरखनाथ मंदिर, विष्णु मंदिर, गीता वाटिका, आरोग्य मंदिर, इमामबाड़ा, रेल म्यूजियम, रामगढ ताल, विंध्यवासिनी पार्क, गीता प्रेस, तारामंडल नक्षत्रशाला, नौका विहार, चौरी चौरा शहीद स्मारक है. चलिए जानते हैं.
गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है. यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है यह मंदिर गोरखनाथ से जुड़ा हुआ है.
मंदिर के अंदर शिवलिंग और भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित है. शिवरात्रि और नाग पंचमी जैसे पर्वों पर पूजा-अर्चना का आयोजन होता है
रामगढ़ ताल गोरखपुर में स्थित एक प्राकृतिक झील है. यह 1700 एकड़ में फैला है और शहर के दक्षिण-पूर्वी छोर पर स्थित है. रामगढ़ ताल राप्ती नदी के पास स्थित है. रामगढ़ ताल के बारे में एक लोकप्रिय किंवदंती है कि प्राचीन काल में एक विशाल शहर था जो एक ऋषि के श्राप के कारण ध्वस्त हो गया था. शहर एक ताल में बदल गया, जिसे अब रामगढ़ ताल कहा जाता है. इस ताल में बोटिंग की जा सकती है और रात 11 बजे तक खुला रहता है.
बुढ़िया माई मंदिर गोरखपुर में स्थित है. यह मंदिर कुसम्ही जंगल के बीचोबीच है. यह मंदिर 600 साल पुराना है. ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर एक चमत्कारी श्वेत वस्त्रधारी वृद्धा के सम्मान में बनाया गया था. पहले इस क्षेत्र में थारु जाति के लोग रहते थे. वे जंगल में ही तीन पिंड बनाकर वनदेवी की पूजा-अर्चना करते थे. इस मंदिर की मान्यता ऐसी है कि देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु माता के दर्शन करने के लिये आते हैं. ऐसा माना जाता है कि जो भक्त सच्चे हृदय से यहां आकर माता की पूजा करता है, उसकी कभी भी असमय मौत नहीं होती है.
नौका विहार गोरखपुर में रामगढ़ ताल के किनारे स्थित है. नौका विहार पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है. लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ इसकी सुंदरता का आनंद लेने के लिए आते हैं. यहां बोटिंग 9 बजे तक चलती है. लोग रामगढ़ ताल में छोटी नावों या छोटे क्रूज का आनंद लेते हैं.