देश का मान बढ़ाने वाला गोरखपुर का एथलीट हरिकेश अमेरिका की जेल में बंद, रिहाई के लिए पिता ने लगाई गुहार

एथलेटिक्स की दुनिया का उभरता सितारा गोरखपुर के अहिरौली निवासी हरिकेश मौर्य एक साजिश के तहत अमेरिका की एक जेल में बंद हैं. उसके पिता विश्वनाथ मौर्य लगातार पीएम, सीएम विदेश मंत्रालय व खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर बेटे को छुड़ाने की गुहार लगा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 12, 2022 4:22 PM

Gorakhpur News: एथलेटिक्स की दुनिया का उभरता सितारा गोरखपुर के अहिरौली निवासी हरिकेश मौर्य गांव की पगडंडियों से दौड़ते-दौड़ते अमेरिका पहुंचा था कि देश के लिए मेडल लेकर आएगा. लेकिन उसका यह सपना अधूरा रह गया. उसे एक साजिश के तहत जेल भेज दिया गया. इंटरनेशनल एथलीट हरिकेश मौर्य पिछले तीन माह से अमेरिका के जेल में बंद है. उसके पिता विश्वनाथ मौर्य लगातार पीएम, सीएम विदेश मंत्रालय व खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर बेटे को छुड़ाने की गुहार लगा रहे हैं. इसके बावजूद सुनवाई न होने से परिवार के लोग परेशान हैं.

हरिकेश के पिता विश्वनाथ मौर्य का आरोप है कि उनके बेटे को अमेरिका में झूठे केस में फंसाया गया है. ओलंपिक की तैयारी करने अमेरिका गए हरिकेश पर वक्त का कहर टूट पड़ा. हरिकेश का बचपन से ही सपना था कि वह एक बड़ा धावक बने और देश के लिए ओलंपिक मेडल हासिल करे. इसके लिए उसने खूब मेहनत भी की थी. महज 13 वर्ष की उम्र से ही उसने तैयारी शुरू कर दी थी. देश और प्रदेश के साथ श्रीलंका, भूटान, इंडोनेशिया, इथोपिया, नाइजीरिया, केन्या सहित 14 देशों में होने वाली मैराथन में भाग लेकर कई पदक भी हासिल किए.

अमेरिका के होटल में पार्ट टाइम नौकरी

हरिकेश के पिता विश्वनाथ मौर्य और उनके परिवार वालों का पूरा विश्वास था कि उनका लाल देश के लिए कुछ बेहतर करेगा. उसके हौसले और जज्बे को देखते हुए उसके पिता ने उसे कभी आर्थिक तंगी नहीं होने दी. उन्होंने अपना खेत बेचकर उसकी ट्रेनिंग के लिए अमेरिका में पैसा भेजा. लगभग पूरा खेत बिक जाने के बाद भी जब कोई अन्य साधन नहीं मिला तो हरिकेश ने पार्ट टाइम नौकरी करने लगा. हालांकि नौकरी को लेकर होटल मैनेजमेंट से उसका कोई एग्रीमेंट नहीं था.

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हरिकेश के पिता का कहना है कि अमेरिका के जिस होटल में वह काम करता था, उस होटल के साथ उसका कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ था. 1 मार्च 2022 की रात को हरिकेश छुट्टी पर था. उसी दिन कहीं से भाग कर दो लड़कियां एक आदमी के साथ आई और होटल में रुकी थी. सुबह जब हरिकेश होटल में ड्यूटी करने पहुंचा तो उस होटल में पुलिस की रेड पड़ गई. दोनों लड़कियां तो होटल से बरामद हुई, लेकिन उसके साथ का व्यक्ति फरार हो गया. पुलिस ने हरिकेश को किडनैपिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया और तभी से वह अमेरिका के कोलोराडो एडमार्क कंट्री जेल डेनवर में बंद है.

आर्थिक स्थित खराब, कैसे लड़ें केस

हरिकेश का मुकदमा कंट्री कोर्ट हाउस 505 हैरिसन अबे लेट बिल्ले सीओ 10461 चल रहा है. हरिकेश वर्ष 2017 में एथलेटिक्स की ट्रेनिंग के लिए अमेरिका गया था. हरिकेश के पिता उसके जज़्बे और लगन को देखते हुए अपना ज्यादातर खेत बेचकर उसकी आर्थिक मदद कर चुके हैं. हरिकेश अमेरिका के कोलोराडो शहर में रहकर ट्रेनिंग ले रहा था. वर्ष 2022 में कोरोना काल के बाद अमेरिका में हुई कई मैराथन में उसने भाग लिया और गोल्ड मेडल भी जीता था. उसके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए उसका चयन एक ट्रेनिंग कैंप के लिए हो गया था, जहां हरिकेश कोलोराडो की पहाड़ियों में 11000 फीट की ऊंचाई पर ट्रेनिंग ले रहा था. हरिकेश के साथ कई देश के अच्छे धावक भी ट्रेनिंग ले रहे थे.

हरिकेश ने सन 2010 में मुंबई हाफ मैराथन में हिस्सा लिया. 2011 में उसने 40 किलोमीटर इंटरनेशनल मैराथन में नंगे पैर दौड़ लगाई, जिसमें उसको टॉप टेन में जगह मिली. हरिकेश के पिता किसान है और वो गोरखपुर के चौरी-चौरा के अहिरौली गांव का रहने वाला है. हरिकेश अमेरिका में रहकर जापान में होने वाले ओलंपिक की तैयारी कर रहा था. ट्रेनिंग ट्रायल में 9 सेकंड से पिछड़ गया था. इसके बावजूद उसके हौसले नहीं टूटे, वह आगे होने वाले गेम की तैयारी कर रहा था.

रिपोर्टर – कुमार प्रदीप

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