गोरखपुर जिला महिला अस्पताल की लापरवाही हुई उजागर, पानी की टंकी में मिली हड्डी
गोरखपुर के महिला अस्पताल की इसी टंकी से आने वाले पानी से तीमारदार अपनी प्यास भी बुझाते हैं. इसी पानी का प्रयोग कर यहां के कर्मचारी खाना बनाने, नहाने तथा अन्य कामों में प्रयोग में लेते हैं.
Gorakhpur News: गोरखपुर के जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड की बिल्डिंग के पानी की टंकी में हड्डी मिलने से पूरे अस्पताल में हड़कम्प मच गया. इस बात की जब पड़ताल की गई तो पता चला पानी की टंकी में छोटा जानवर या कोई चिड़िया मरी हुई थी. जिसके बाद गोरखपुर की महिला जिला अस्पताल की लापरवाही एक बार फिर से उजागर हो गई है.
दरअसल, महिला अस्पताल में स्थित पानी की टंकी हमेशा खुली रहती है जिसकी वजह से जानवर एवं पक्षी इसे गंदा करते रहते हैं और कई बार इसमें डूब कर मर भी जाते हैं. इन सबके बीच गौर करने वाली बात यह है कि इसी टंकी से सप्लाई होने वाले पानी का इस्तेमाल पूरी बिल्डिंग के सैकड़ों लोगों द्वारा किया जाता है.
टंकी के पानी का उपयोग यहां के कर्मचारी खाना बनाने और नहाने के लिए उपयोग करते हैं. इसके अलावा, दूरदराज से आए मरीज और उनके परिजन इसका उपयोग पीने के लिए भी कर लेते हैं. अब इस घटना के सामने आने के बाद एक बार फिर से गोरखपुर के स्वास्थ्य महकमे के ऊपर प्रश्न चिन्ह लगने लगे हैं.
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सरकार के द्वारा स्वास्थ्य परियोजनाओं पर लाखों-करोड़ों खर्च होने के बाद भी इस प्रकार की लापरवाही लोगों के गले से नीचे नहीं उतर रही. वहीं मुख्यमंत्री के गृह जनपद में जिला महिला अस्पताल में इस प्रकार की घटना ने एक बार फिर से संबंधित अधिकारियों और विभाग की उदासीनता को जगजाहिर किया है.
हालांकि, अस्पताल के अधिकारी व कर्मचारी इसे बहुत ही साधारण सी बात बता कर कन्नी काटने पर लगे हुए हैं. आलम यह है कि बड़े अधिकारी इस मामले पर कुछ बोलने से बच रहे हैं. इस बीच अस्पताल के क्वालिटी मैनेजर कमलेश ने बताया कि इसमें छोटा जानवर या कोई पक्षी मरा था, जिसके बाद सफाई कर्मचारियों ने टंकी को साफ कर दिया था.
जब सफाई कर्मचारी से पूछा गया कि क्या आपने इस टंकी को ढक दिया है, उन्होंने कहा कि नहीं. अभी ढक्कन नहीं खरीदा गया है. अब देखने वाली बात होगी कि अस्पताल प्रशासन इस ढक्कन को कब खरीदता है.
रिपोर्ट- अभिषेक पांडेय