Gorakhpur News : गोरखपुर में छठ महापर्व को जीरो वेस्ट पर्व के रूप में मनाने की तैयारी, 391 स्थानों पर पूजा
गोरखपुर नगर निगम जीरो वेस्ट पर्व के रूप में छठ मनाएगा. महानगर में 391स्थानों पर छठ पूजा होगी. जिसको लेकर नगर निगम प्रशासन तैयारी में लग गया है. राप्ती के तट पर होने वाले आयोजन की सीसी कैमरे व ड्रोन से निगरानी की जाएगी.
गोरखपुर, गोरखपुर नगर निगम छठ महापर्व जीरो वेस्ट त्योहार के रूप में मनाने की तैयारी कर रहा है. जिसको लेकर नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है. नगर निगम प्रशासन ने त्योहार के दौरान छठ घाटों पर पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है.छठ घाटों पर सफाई की विशेष इंतजाम रहेंगे और पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारी कूड़ा एकत्रित करने के साथ ही उसे वहां से हटाने में जुटे रहेंगे. इसके अलावा नगर आयुक्त मोहल्लों और पार्कों में अस्थाई पोखरे के इंतजाम के साथ उनमें पानी भरने के लिए जल्द कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं. गोरखपुर के राप्ती नदी तट पर छठ घाटों पर कंट्रोल रूम,घाटों तक आवागमन के लिए सुविधाजनक मार्ग, लाइट का पूरा इंतजाम और जरूरी रंग रोशन के साथ सभी पूजा स्थलों को विसंक्रमित करने की हिदायत दी है. इसके साथ ही छठ घाटों पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए मोबाइल टॉयलेट एवं पेयजल के लिए टैंकर उपलब्ध कराया जाएगा.नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त निरंकार सिंह ने बताया कि छठ महापर्व को सफल बनाने के लिए नगर निगम जिला प्रशासन ,पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग का भी सहयोग लेगा.
सुरक्षा के रहेंगे पुख्ता इंतजाम
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि छठ पर्व पर पूजा स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे. छठ पर्व पर राप्ती नदी के किनारे रामघाट,गोरक्षनाथ घाट सहित अन्य घाटों पर और बड़े तालाबों पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ सहित पीएससी के गोताखोरों की ड्यूटी लगाई जाएगी. इसके अलावा पीएससी, रैपिड एक्शन फोर्स भी तैनाद रहेंगी. राप्ती नदी तट पर होने वाले आयोजन की सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी की जाएगी.
391 स्थाई और अस्थाई घाटों पर होगा छठ पूजा
17 नवंबर से छठ पूजन शुरू होगा.गोरखपुर के राप्ती तट पर गोरखनाथ घाट, रामघाट,तकिया घाट, हनुमानगढ़ी, डोमिनगढ़, गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित भीम सरोवर,मानसरोवर मंदिर ,मोती पोखरा बशारतपुर,सूरजकुंड पोखरा,सुघरपुर पोखरा,बिलंदपुर शिव मंदिर पोखरा, कालेपुर पोखरा, एवं जटाशंकर पोखर सहित 391 स्थाई और अस्थाई पोखरों में पूजन होगा.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप