अंकुर हत्याकांड: SP-BSP, कांग्रेस और ब्राह्मण सभा के लोगों ने DM कार्यालय पर दिया धरना, सरकार पर लगाया यह आरोप
गोरखपुर में सपा, बसपा, कांग्रेस और विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के नेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार के ऊपर दोहरी नीति के साथ शासन करने का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार को सुरक्षा और मुआवजा देने की मांग की.
Gorakhpur News: रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में 17 वर्षीय अंकुर शुक्ला की हत्या के बाद अब गोरखपुर का सियासी पारा पूरी तरीके से चढ़ा हुआ है. सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने सपा, बसपा, कांग्रेस और कई ब्राह्मण संगठनों के नेताओं ने मिलकर अंकुर को श्रद्धांजलि देने के बाद धरना दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार के ऊपर दोहरी नीति लगाने का आरोप लगाया.
गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा से बसपा विधायक विनय शंकर त्रिपाठी सहित सैकड़ों की संख्या में नेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की. उन्होंने अंकुर शुक्ला हत्याकांड मामले में उच्च स्तरीय जांच और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के साथ-साथ सुरक्षा देने की भी मांग की.
गोरखपुर के चिलुआताल थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले रामपुर गांव में 24 नवंबर को 17 वर्षीय अंकुर शुक्ला की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है. सोमवार को सपा, बसपा, कांग्रेस और विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के नेताओं ने संयुक्त रूप से जिलाधिकारी कार्यालय में धरना दिया. उन्होंने सरकार के ऊपर दोहरी नीति के साथ शासन करने का आरोप लगाया और पीड़ित परिवार को सुरक्षा और मुआवजे की मांग की. इस दौरान पीड़ित परिवार भी धरने पर बैठा हुआ था.
24 नवंबर को अंकुर की हत्या के पीछे परिवार वाले उस घटना को वजह बता रहे हैं, जिसमें 14 जून की रात परिवार के घर एक चोर अवधेश अपने साथियों के साथ चोरी करने के लिए घुसा हुआ था. परिवार वालों ने चोर को पकड़ लिया था. हालांकि अगले दिन मामले में सुलह हो गई थी. अब पीड़ित परिवार पुलिस के ऊपर जबरन दबाव बनाकर सुलहनामा कराने का आरोप लगा रहा है.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि इसी घटना की रंजिश के बाद अवधेश और उसके साथियों ने मिलकर के अंकुर की 24 नवंबर को निर्मम हत्या कर दी. हालांकि पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी मनीष कट्टा तथा अवधेश को जेल भेज चुकी है. जबकि बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है, लेकिन अब इस मामले पर जातिगत राजनीति भी शुरू हो चुकी है.
(रिपोर्ट- अभिषेक पांडेय, गोरखपुर)