WB News : राज्यपाल को कल्याणी यूनिवर्सिटी में फिर दिखाये गये काले झंडे
ग्रामीण लोग काम के एवज में पैसे नहीं मिलने से परेशान हैं. राज्यपाल ने कहा कि वह पहल करेंगे. लेकिन उन्हें ऐसा कुछ करते हुए नहीं देखा गया. इन सबके विरोध में तृणमूल कांग्रेस ने कल्याणी यूनिवर्सिटी परिसर के बाहर काला झंडा दिखाया.
पश्चिम बंगाल में राज्य व राज्यपाल के बीच टकराव का माहौल जारी है. हालांकि, राज्यपाल सीवी आनंद बोस (Governor CV Anand Bose) और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे मानने से इनकार कर दिया. दोनों ने कहा, नवान्न-राजभवन के बीच कोई विवाद नहीं है. यह सब मीडिया द्वारा चलाया जा रहा है. अब इस तकरार का एक और नजारा गुरुवार को कल्याणी यूनिवर्सिटी में देखने को मिला. तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को फिर राज्यपाल सीवी आनंद बोस को काला झंडा दिखाया. साथ ही गो-बैक के नारे भी लगाये गये. टीएमसी गुट के समर्थक छात्रों ने राज्यपाल को काले झंडे दिखाये और नारेबाजी की. इसके बाद नदिया स्थित कल्याणी यूनिवर्सिटी परिसर में तनाव की स्थिति पैदा हो गयी.
यह घटना साबित करती है कि संघर्ष अभी भी जारी है. काले झंडों और मुहम्मद बिन तुगलक की तख्तियों के प्रदर्शन से माहौल गर्म हो गया. तृणमूल कांग्रेस पहले भी कई बार राज्यपाल को काला झंडा दिखा चुकी है. लेकिन हाल ही में राज्यपाल ने राजभवन में मुख्यमंत्री के साथ बैठक की. यह बैठक शिक्षा विभाग और कुलपति के साथ की गयी थी. इस बीच, कल्याणी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को लेकर कई तरह की जटिलताएं पैदा हो गयी हैं. इसे लेकर माहौल गरमा गया है. यहां 30वां दीक्षांत समारोह कल्याणी विश्वविद्यालय परिसर के एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित होने वाला है लेकिन तृणमूल कांग्रेस उस बैठक से खुश नहीं है और इसलिए जटिलताएं पैदा हो गयी हैं.
इसी माहौल में गुरुवार को आचार्य और राज्यपाल सीवी आनंद बोस कल्याणी विश्वविद्यालय पहुंचे. वह इस दीक्षांत समारोह में आमंत्रित अतिथि भी हैं. उनके काफिले के, विश्वविद्यालय में प्रवेश करने से पहले तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें काले झंडे दिखाये. प्रदर्शनकारियों के पोस्टरों पर लिखा था, “मुहम्मद बिन तुगलक”. उधर, सब कुछ देखने के बावजूद राज्यपाल ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. तृणमूल कांग्रेस को इस बात पर आक्रोश है कि 100 दिन का काम करने वालों को मेहनताना क्यों नहीं दिया जा रहा. कई अपीलों और आंदोलनों के बावजूद केंद्र ने बकाया राशि का भुगतान नहीं किया. नतीजतन, ग्रामीण लोग काम के एवज में पैसे नहीं मिलने से परेशान हैं. राज्यपाल ने कहा कि वह पहल करेंगे. लेकिन उन्हें ऐसा कुछ करते हुए नहीं देखा गया. इन सबके विरोध में तृणमूल कांग्रेस ने कल्याणी यूनिवर्सिटी परिसर के बाहर काला झंडा दिखाया.