Varanasi News: वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के UGC-ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर में स्ट्रेस मैनेजमेंट इन एडमिनिस्ट्रेशन विषय पर मंगलवार को संगोष्ठी आयोजित की गई. इसमें उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने ऑनलाइन संबोधित किया. संगोष्ठी में कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए इसके दुष्परिणामों व किस प्रकार से मैनेजमेंट करते हुए इसे शिकस्त दी जा सकती है, इस पर चर्चा की गई.
राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि कोरोना का दुष्परिणाम यह है कि वह कई रूपों में हमारे सामने रक्तबीज की तरह आ जाता है और हम पर मानसिक कुठाराघात करता है. ऐसे में जरूरत है कि ऐसी संगोष्ठियों से सोसाइटी में पॉजिटिविटी फैलाई जाए. इसको रोकने में हम अपनी पूरी भूमिका निभाएं. इससे संबंधित कार्यक्रमों और प्लानिंग को अधिक लोगों तक भेजें. कार्यक्रम में मौजूद बीएचयू के चांसलर जस्टिस गिरधर मालवीय ने कहा कि कोरोना कंट्रोल नहीं हुआ तो यह ऑफिशियल कामकाज या सरकारी कार्यालयों पर प्रतिकूल असर डालने लगेगा.
बीएचयू साइकोलॉजी डिपार्टमेंट के वरिष्ठ साइकाट्रिस्ट प्रो. संजय गुप्ता ने कहा कि लोगो के अंदर कोरोना को लेकर मानसिक भ्रम नहीं फैलना चाहिए. डॉक्टर के साथ-साथ प्रशासन की भी कोरोना को रोकने की बड़ी जिम्मेदारी होती है. ऐसे में लोगों को सबका सहयोग करते हुए खुशहाल जीवन व्यतीत करने की तरफ़ ध्यान देना चाहिए. कार्यक्रम में केंद्र का परिचय डॉ संजय कुमार तिवारी ने दिया. मंच संचालन संगोष्ठी समन्वयक BHU के उपग्रंथालयी संजीव सर्राफ और आभार सचिव डॉ. रामकुमार दांगी ने व्यक्त किया.
रिपोर्ट : विपिन सिंह