पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस सोमवार को सुबह उत्तरी जिलों का दौरा कर वापस आने के बाद दक्षिण 24 परगना के बासंती इलाके में पहुंचे. जहां उन्होंने, राज्य में चुनाव पूर्व हिंसा में मारे गए तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे. हालांकि पुलिस की गलतफेमी की वजह से राज्यपाल मृत तृणमूल नेता के परिजनों से नहीं मिल पाये . हालांकि इलाके के अन्य निवासियों से बात की. उन्होंने वहां कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में पूछा और लोगों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया.
राज्यपाल सीवी आनंद को जब यह जानकारी हुई कि वह पीड़िता से नहीं मिल पाये तो उन्हें फोन करके कैनिंग में बुलाया. जहां पर पीड़िता ने कहा कि अपने पिता की हत्या के मामले में उन्हें राज्य पुलिस पर भरोसा नहीं है. वह सीबीआई जांच चाहती हैं. राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की और न्याय की गुहार लगाई. उन्होंने राज्यपाल से कहा कि राज्य पुलिस पूरी तरह फेल हो गयी है. मुझे सिर्फ आप पर भरोसा है. राज्यपाल ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया है.
गौरतलब है कि तृणमूल कार्यकर्ता की पहचान जियारुल मोल्ला (52) के रूप में की गई, जिसकी शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई़. तब वह कैनिंग शहर से घर लौट रहे थे. मृतक की बेटी मनवारा ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को प्रतिद्वंद्वी गुट से जान से मारने की धमकी मिल रही थी. मनवारा कटहलबेरिया ग्राम पंचायत से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार हैं. उन्होंने अपने पिता की मौत के मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की. राज्यपाल उस जगह पर भी गए जहां जियारुल मोल्ला का शव मिला था. वहां उन्होंने ग्रामीणों से बात की.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस का कहना है कि बंगाल में हिंसा की राजनीति नहीं चलेगी. बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हो रही हिंसा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि राज्यपाल ने इससे पहले कूचबिहार जिले के दिनहाटा और दक्षिण 24 परगना के कैनिंग और भांगर में चुनावी हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया था. राज्य में 8 जुलाई को जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों की लगभग 74,000 सीटों के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होंगे. इन चुनावों में लगभग 5.67 करोड़ लोग अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे.