राज्यपाल रमेश बैस ने CM हेमंत की चचेरी बहन को दिया आशीर्वाद, दुल्हन की तरह सजा पैतृक आवास, देखें Pics
jharkhand news: सीएम हेमंत सोरेन की चचेरी बहन की शादी में शिरकत करने पहली बार रामगढ़ के नेमरा गांव पहुंचे राज्यपाल रमेश बैस. इस दौरान वधू को आशीर्वाद दिया. वहीं, सीएम श्री सोरेन ने पारंपरिक तरीके से पारिवारिक रस्म निभाया और बहन की शादी करवायी.
Jharkhand news: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा पहुंचे. यहां वे मुख्यमंत्री की चचेरी बहन की शादी में शामिल हुए. उन्होंने दुल्हन आशा कुमारी को बुके देकर आशीर्वाद दिया. उन्होंने आशा की सुखमय जीवन की कामना की. साथ ही मुख्यमंत्री श्री सोरेन को भी बधाई दी. शादी समारोह को लेकर मुख्यमंत्री के घर को लाइटिंग व फूलों से आकर्षक रूप से सजाया गया.
गोला से लेकर नेमरा तक आगंतुकों की स्वागत के लिए कई जगहों पर तोरणद्वार बनाये गये, जबकि घर के समीप चार-पांच जगह में अलग-अलग पार्किंग बनाया गया था. दोपहर डेढ़ बजे से ही यहां प्रीतिभोज खिलाना शुरू कर दिया गया था. जहां राज्यभर के कई मंत्री, विधायक, अधिकारी व अन्य वीआईपी के अलावे नेमरा और आस-पास गांव के हजारों लोग शामिल हुए. यहां सुबह से लेकर देर रात तक लोगों का आना – जाना लगा रहा. यह दृश्य देख क्षेत्र के लोग भी मंत्रमुग्ध हुए.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चचेरी बहन आशा कुमारी की शादी बोकारो जिला के झुपड़ो गांव निवासी भोला मरांडी के साथ हो रही है. जिसमें मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने पारंपरिक तरीके से पारिवारिक रस्म निभाया और बहन की शादी करवायी.
बहनों ने निभायी डाब अपला की रस्ममुख्यमंत्री की चचेरी बहन आशा कुमारी की शादी को लेकर मंगलवार दोपहर में उनकी दो बहनों ने डाब अपला की रस्म निभायी. जिसमें मुख्यमंत्री की मां रूपी सोरेन और पत्नी कल्पना सोरेन सहित परिवार व रिश्तेदार की महिलाएं शामिल हुई. डाब अपला के लिए महिलाएं पारंपरिक तरीके से गीत गाते हुए कलश लेकर तालाब पहुंची. यहां पानी भर कर रस्म निभाने के बाद दोबारा गीत गाते हुए महिलाएं घर पहुंची.
राज्यपाल को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनरइधर, शादी समारोह में शिरकत करने राज्यपाल रमेश बैस सड़क मार्ग से होकर दोपहर करीब 3 बजे मुख्यमंत्री के पैतृक आवास नेमरा गांव पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, डीसी माधवी मिश्रा व एसपी प्रभात कुमार ने उनका स्वागत किया. यहां पहुंचते ही राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद मुख्यमंत्री श्री सोरेन राज्यपाल को लेकर अपने घर गये. जहां कुछ देर बैठने के बाद मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को अपने घर और पंडाल में घुमाया. जहां मुख्यमंत्री ने उन्हें सभी पारंपरिक रस्म और शादी-पार्टी को लेकर की गयी तैयारी की जानकारी दी. राज्यपाल यहां भोजन करने के बाद करीब 4:20 बजे रवाना हो गये.
पहली बार नेमरा पहुंचे राज्यपालझारखंड के राज्यपाल पहली बार गोला प्रखंड के नेमरा गांव पहुंचे. इससे पहले कोई राज्यपाल यहां नहीं पहुंचे हुए थे. राज्यपाल को देखने के लिए यहां लोगों की भीड़ जमी रही. राज्यपाल ने भी इस क्षेत्र के मनोरम वादियों को देख गदगद हुए.
मुख्यमंत्री के यहां पारंपरिक दृश्य देख मंत्रमुग्ध हुए राज्यपालराज्यपाल के नेमरा पहुंचते ही मुख्यमंत्री ने उनका जोरदार स्वागत किया. यहां पर राज्यपाल शादी समारोह के दौरान मुख्यमंत्री के घर में हो रहे पारंपरिक रस्म को देखकर मंत्रमुग्ध हुए और काफी खुशी महसूस की. राज्यपाल ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री की मां रूपी सोरेन व अन्य परिजनों से मिलकर शादी की बधाई दी.
मुख्य न्यायाधीश, मंत्री समेत कई वीआईपी हुए शामिलआशा की शादी में राज्यपाल रमेश बैस के अलावा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन, गुरुजी शिबू सोरेन, ग्रामीण विकास मंत्री आलम गीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी नीरज सिन्हा, रामगढ़ विधायक ममता देवी, दुमका विधायक बसंत सोरेन, बहरागोड़ा विधायक समीर महंती, घाटशिला विधायक रामदास सोरेन, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, बबीता देवी, पूर्व विधायक अर्जुन राम महतो सहित कई वीआईपी शामिल हुए.
शहनाई और ढोल नगाड़ा की धुन गूंजता रहासीएम के घर में दिन भर कई संथाली रीति रिवाज से कई रस्म हुए. महिलाएं गीत गाती रही और घर के परिजन अन्य रस्म निभाते रहे. साथ ही दिनभर शहनाई के साथ ढोल, नगाड़ा बजता रहा. जिससे यहां का माहौल देखते ही बन रहा था.
सीएम की चचेरी बहन की शादी समारोह को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा का पुख्ता इंतेजाम किया गया था. गोला से लेकर नेमरा लगभग 24 किमी तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के जवान तैनात थे. पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. वहीं, इस शादी समारोह को लेकर ग्रामीणों में भी काफी उत्सुकता देखी गयी.
रिपोर्ट: राजकुमार/शंकर पोद्दार, गोला, रामगढ़.