Grah Dosh Upay: पांच ग्रहों का राशि परिवर्तन हो रहा है. ज्योतिष के लिहाज से अक्तूबर का महीना काफी महत्वपूर्ण है. ग्रहों की चाल बदलने की शुरुआत एक अक्तूबर से हो चुकी है. ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री के अनुसार, इस राशि परिवर्तन से लोगों के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह से असर पड़ेगा. तीन अक्टूबर को मंगल तुला राशि में भारतीय समयानुसार सायं 5 बजकर 57 मिनट पर प्रवेश कर चुके है और वह इस राशि में पहले से गोचर कर रहे केतु से अंशात्मक युति बनाएंगे. जिसका प्रभाव पूरे अक्टूबर के महीने में रहेगा.
बुध-शुक्र फलदायी होंगे तो मंगल-सूर्य की युति झंझट बढ़ाएगी. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि एक अक्तूबर को बुध ग्रह अपनी स्वग्रही राशि कन्या में पहुंच चुके हैं. ये लोगों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मददगार साबित होंगे. इससे बाजार को मजबूती मिलेगी. जब ग्रह अपनी राशि में होते हैं तो सभी को कुछ न कुछ अच्छा फल देते हैं. दो अक्तूबर को शुक्र ग्रह, सिंह राशि में प्रवेश कर चुके हैं. सिंह सूर्य की राशि है, जिसका शुक्र के साथ शत्रु भाव होता है. इससे रिश्तों में दूरियां आएंगी.
तीन अक्टूबर 2023 को मंगल का गोचर तुला राशि में हुआ है. मंगल 03 अक्टूबर शाम 5 बजकर 59 मिनट पर कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश कर चुके हैं. तुला राशि में मंगल 43 दिनों तक रहेंगे और इसके बाद 16 नवंबर 2023 को वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे. यहां मंगल की युति केतु के साथ हो रही है और राहु की पूर्ण दृष्टि है. इससे आपराधिक गतिविधियां बढ़ सकती हैं.
18 अक्तूबर को सूर्य तुला राशि में जा रहे हैं, यहां वह मंगल व केतु के साथ होंगे. ये स्थिति लोगों के लिए अच्छा नहीं होने वाला है. इससे रिश्तों में दरार पड़ सकती है. वैवाहिक जीवन पर भी यह असर डालेगा. लोगों को कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं.
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, पिछले छह माह से चला आ रहा चांडाल योग, इस महीने 30 अक्तूबर को समाप्त हो जाएगा. इससे गुरु, राहु-केतु से मुक्त होंगे. यह जनमानस के लिए फलदायी साबित होगा. इस माह के सबसे महत्वपूर्ण गोचर में राशि परिवर्तन राहु और केतु ग्रह का है.
राहु मीन में तो केतु कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. इन दोनों ग्रहों व गुरु की युति से बनने वाला चांडाल योग समाप्त हो जाएगा. इससे आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़े लोगों की उन्नति होगी. यह बदलाव सबके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा.