Loading election data...

झारखंड के 75 रोजगार सेवकों का सामूहिक इस्तीफा, मनरेगा के कार्य होंगे प्रभावित, इस्तीफे की ये है वजह

Jharkhand News: रोजगार सेवकों ने कहा है कि मनरेगा कर्मी बहुत ही कम मानदेय में मनरेगा के साथ-साथ जनगणना, निर्वाचन, राशन कार्ड, आवास, कोविड-19 महामारी समेत अन्य कार्यों को पिछले 14 वर्षों से निष्ठापूर्वक करते आ रहे हैं. फिर भी एकतरफा कार्रवाई की जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2022 11:36 AM
an image

Jharkhand News: झारखंड के कोडरमा जिले के 75 रोजगार सेवकों ने जिला प्रशासन पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. इससे संबंधित आवेदन डीडीसी को सौंपा गया है. डीडीसी को दिए आवेदन में रोजगार सेवकों ने कहा है कि मनरेगा कर्मी बहुत ही कम मानदेय में मनरेगा के साथ-साथ जनगणना, निर्वाचन, राशन कार्ड, आवास, कोविड-19 महामारी समेत अन्य कार्यों को पिछले 14 वर्षों से निष्ठापूर्वक करते आ रहे हैं. इसके कारण जिला को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कई बार सम्मानित किया गया, लेकिन कई माह से सामाजिक अंकेक्षण, समवर्ती सामाजिक अंकेक्षण, जिला या प्रखंड द्वारा कार्य का दबाव एवं अन्य कारणों से रोजगार सेवकों पर सेवामुक्त, प्राथमिकी दर्ज, दंड शुल्क आदि की कार्रवाई की जा रही है. इससे सभी मनरेगा कर्मियों में रोष है.

रोजगार सेवकों में नाराजगी

कोविड-19 जैसी महामारी में भी मनरेगा कर्मियों को सेवामुक्त किया जा रहा है. इससे कर्मियों पर अचानक पारिवारिक एवं सामाजिक बोझ बढ़ गया है. वर्तमान में लगभग सभी मनरेगा कर्मियों की आयु 45 वर्ष से ऊपर हो गई है, जिसके कारण नई नियुक्तियों में भी आवेदन नहीं कर सकते. ऐसे में कोडरम जिला प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई से आहत होकर हम सभी मनरेगा कर्मी सामूहिक रूप से त्यागपत्र दे रहे हैं. आपको बता दें कि इसके पूर्व कोडरमा जिले के मुखिया संघ, पंचायत सेवक संघ, जन सेवक संघ एवं मनरेगा संघ की संयुक्त बैठक मुखिया संघ के अध्यक्ष भीम यादव की अध्यक्षता में हुई. इसमें जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे दंडनात्मक कार्रवाई पर विचार करते हुए जिले के 75 रोजगार सेवकों ने सामूहिक इस्तीफा देने का निर्णय लिया था.

Also Read: झारखंड जगुआर का स्थापना दिवस: सीएम हेमंत सोरेन बोले- नक्सलियों का सामना करने में सक्षम हैं जगुआर के जवान
इन्होंने दिया इस्तीफा

इस्तीफा देने वाले ग्राम रोजगार सेवकों में मिथलेश कुमार, नागेश्वर प्रसाद, संजय कुमार, राहुल कुमार, ठाकुर विक्रम सिंह, इंद्रदेव राम, राजीव कु शर्मा, विनय कुमार, मंजुर्ल अंसारी, विजय कुमार, सन्तोष कुमार, इरफानुल हक, आफाक आलम, अनिल कुमार, राजेन्द्र साव, प्रमोद कुमार, अजय कुमार, विजय कु राय, विजय रजक, संजय कु पासवान, कुमार ठाकुर, लखन लाल, सुनिल कुमार, विजय कुमार, रविकांत रवि, विकास कुमार, प्रदीप कुमार, अनूप कुमार, गोपाल राणा, लखपति दास, मनीष कुमार, राजेश कुमार, सुधीर कुमार दास, भुनेश्वर मुर्मू, महेश कुमार, नदीम खान, रविंद कुमार ठाकुर, राजकुमार रविदास, नारायण राम, दशरथ कुमार, विनोद कुमार, सत्येंद्र कुमार, मनोज कुमार, श्याम सुंदर यादव, रजन कुमार सिन्हा, अजित कुमार सरकार, अशोक रविदास, धीरेंद्र कुमार, उषा कुमारी, उत्तम टोपनो, राहुल कुमार, अजय उपाध्याय, पवन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, राहुल कुमार, विभूति भूषण, राजेंद्र प्रसाद यादव, प्रेम दास, फूलदेव रविदास, किशोरी रविदास, मंजूर आलम, जितेंद्र कु यादव, धीरज कुमार, दीपक कुमार, नसीम अकरम, अब्दुल जब्बार, समीर कुमार रवि, दिनेश मिश्रा, ब्रजेश कुमार राजेन्द्र, प्रमोद कुमार, धर्मेंद्र कुमार, बसन्त कु शर्मा व सुरेश कुमार यादव के नाम शामिल हैं.

Also Read: Jharkhand News: झारखंड के खूंटी में सड़क हादसा, बिहार के दो मजदूरों की मौत, 6 मजदूर गंभीर रूप से घायल
नहीं हो रही एकतरफा कार्रवाई

कोडरमा के डीडीसी लोकेश मिश्र ने कहा कि 75 रोजगार सेवकों के इस्तीफे से संबंधित आवेदन आया है. उन्होंने कहा कि कोई एकतरफा कार्रवाई नहीं हो रही है. जिले में रोजगार सेवकों के नियुक्ति अधिकारी उपायुक्त होते हैं. उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि मनरेगा में लापरवाही अथवा गड़बड़ी की शिकायत जिन रोजगार सेवकों के खिलाफ मिली है, उसकी जांच जारी है.

रिपोर्ट: विकास

Exit mobile version