जैन मुनि आचार्य प्रसन्न महासागर जी महाराज (Acharya Prasanna Sagar Ji Maharaj) के महापारणा (Mahaparana Mahotsav) की झारखंड के मधुबन में भव्य तैयारी की गयी है. मधुबन थाना के पास स्थित हटिया मैदान में महापारणा महोत्सव के लिए भव्य पंडाल बनाया गया है. महोत्सव के लिए जगह-जगह तोरनद्वार बनाये गये हैं. इसकी वजह से मधुबन में चहल-पहल काफी बढ़ गयी है.
देश-विदेश से श्रद्धालु इस महापारणा में शामिल होने के लिए आ चुके हैं. जैन मुनि पीयूष सागर जी महाराज ने कहा है कि पारसनाथ स्वर्ण भद्र पूट पर महापारणा कर आचार्य प्रसन्न सागर महाराज ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. उन्होंने कहा है कि यह कार्यक्रम इस सदी का सबसे महत्वपूर्ण व अद्भुत कार्यक्रम है.
पीयूष सागर जी ने कहा कि गुरुदेव ने यह साधना अपने कल्याण के लिए नहीं, बल्कि सभी जीवों के कल्याण के लिए किया है. आचार्य के आशीर्वाद से ही यह महोत्सव आपसी भाईचारे को मजबूत करने वाला उत्सव बन गया है. प्रसन्न जी सतत आत्म अन्वेशन की खोज में हैं.
उन्होंने कहा कि गुरुदेव का प्रस्थान मोक्ष मार्ग की ओर तेजी से हो रहा है. बाहर का आकर्षण उन्हें प्रभावित नहीं करता. यही कारण है कि वह भीतर से प्रभावित और प्रकाशित रहते हैं. उन्होंने अपने आपको समेट लिया है और इसी कारण वह अंतर्मना बन गये हैं.
महापारणा महोत्सव के दौरान मधुबन में अद्भुत नजारा होगा. चार हजार से भी ज्यादा उपवास करने वाले संत भाग लेंगे. वहीं, लगभग 30 हजार से भी ज्यादा श्रद्धालु आयेंगे. कहा कि महोत्सव के दौरान कई मुख्य कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होगा.