झारखंड में पहली बार दिखे ग्रेटर फ्लेमिंगों पक्षी, तिलैया डैम में बढ़ी विदेशी मेहमानों की संख्या

jharkhand news: कोडरमा के तिलैया डैम के पास पहली बार ग्रेटर फ्लेमिंगों को देखे जाने की पुष्टि हुई है. वहीं, डैम के आसपास विदेशी पक्षियों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है. यहां 6000 विदेशी पक्षियों की गणना वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, वन विभाग व बर्ड वाचर की टीम ने संयुक्त रूप से की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2022 3:14 PM
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Jharkhand news: कोडरमा जिला अंतर्गत तिलैया डैम की हसीन वादियों में सोन चिरैया के बाद पहली बार ग्रेटर फ्लेमिंगो के देखे जाने की पुष्टि हुई है. झारखंड में इस प्रजाति के पक्षी के देखे जाने का यह पहला मामला है. इस बार झारखंड में पड़ रही कड़ाके की ठंड और मौसम के बदले हुए मिजाज के बीच अच्छी खबर यह है कि विदेशी मेहमानों के आगमन से लेकर इनकी संख्या भी हाल के वर्षों की अपेक्षा बढ़ी है. वर्तमान में तिलैया डैम व इसके आसपास के क्षेत्र में करीब 6000 विदेशी पक्षियों के होने की पुष्टि हुई है. वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया व अन्य के सहयोग से डैम के आसपास विदेशी मेहमानों की गणना की.

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झारखंड में पहली बार दिखी ग्रेटर फ्लेमिंगो

जानकारी के अनुसार, कुछ वर्षों के अंतराल में वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया विदेशी पक्षियों के गणना को लेकर काम करता है. रविवार की सुबह शुरू हुई गणना के बाद विभिन्न प्रजाति की विदेशी पक्षियों के डैम के आसपास होने के प्रमाण टीम ने इकट्ठा किये. इसमें ग्रेटर फलेमिंगो भी शामिल है. यह पक्षी वैसे तो यूरेशिया की है, पर ओड़िशा चिल्का झील व वेस्ट क्षेत्र में इसको देखे जाने के प्रमाण मिल चुके हैं. यही पहली दफा है जब झारखंड में इस पक्षी को देखा गया है.

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तिलैया डैम में 6000 विदेशी पक्षी दिखे

यही नहीं गणना में यह बात भी सामने आयी है कि वर्तमान में तिलैया डैम के आसपास विदेशी पक्षियों की अच्छी- खासी संख्या है. इससे पहले 21 जनवरी, 2018 को टीम ने जब गणना की थी तो उस समय 3131 विदेशी पक्षियों के यहां होने की बात सामने आयी थी, पर इस बार यहां करीब 6000 विदेशी मेहमान दिखे हैं.

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गणना में रेड क्रेस्टेड पोचार्ड 800, कॉमन कूट 1500, बार हेडेड गूज दो हजार, रड्डी शेल्डुयक 80, नार्दर्न सोवलर 80, फलेमिंगो छह, एशियन वूली नेकेड स्ट्रॉक छह, गैडवॉल 60, ऑपन बिल स्ट्रॉक 300, व्हाइट नैपड आईबीज 100, नार्दर्न पिनटेल 80 की संख्या में दिखे हैं. इसके अलावा ब्लैक आईबीज, कॉमन पिपिट भी देखे गये हैं.

टीम में ये थे शामिल

गणना करने पहुंची टीम में वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के शिवाशिष साहू, एलेक्स जैकेब, अविन एन, गितिमा दास, रौशमी ब्रोगोहेन, मानिकनंदन पी शामिल थे, जबकि हजारीबाग निवासी बर्ड वाचर सत्यप्रकाश व इनके साथ मुरारी सिंह, अमित जैन, अधिराज सिंह थे. वहीं डीएफओ सूरज कुमार सिंह के निर्देश पर गणना में मदद पहुंचाने को लेकर वन विभाग ने विशेष टीम बनाई थी. इसका नेतृत्व एसीएफ गौर सिंह मुंडा ने किया. विभागीय टीम में वन क्षेत्र पदाधिकारी कोडरमा, डोमचांच व गझंडी के साथ अन्य कर्मी भी शामिल थे.

तिलैया डैम के आसपास विदेशी पक्षियों के अनुकूल माहौल : सूरज कुमार सिंह

कोडरमा के वन प्रमंडल पदाधिकारी सूरज कुमार सिंह ने कहा कि तिलैया डैम में विदेशी पक्षियों की संख्या में जबरदस्त इजाफा शुभ संकेत है. विभाग ने हाल के वर्षों में विदेशी पक्षियों के शिकार को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई की है. डैम के आसपास का माहौल विदेशी पक्षियों के अनुकूल रहे इसके लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं. लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. जरूरत है कि लोग डैम के आसपास प्रदूषण न फैलाएं, ताकि पर्यावरण का संतुलन बना रहे.

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एशियन वाटर बर्ड सेंसस के स्टेट कोआर्डिनेटर सत्य प्रकाश ने कहा कि तिलैया डैम में विदेशी पक्षियों की गणना के दौरान गेटर फ्लेमिंगो को देखा गया है. साथ ही टैग किये गये बार हेडेड कुज भी दिखा है. डैम के आसपास पक्षियों की इतनी संख्या इस बार ज्यादा दिनों तक ठंड के होने की वजह से भी हो सकती है. हालांकि, इसके कई कारण हो सकते हैं. टीम ने गणना की है. लोग भी विदेशी पक्षियों की सुरक्षा को लेकर गंभीरता दिखाएं तो काफी अच्छा होगा.

रिपोर्ट : विकास, कोडरमा.

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