कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी की ईडी के सामने पेशी पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि कई बड़े नेता प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में आये हैं. उन्होंने जांच का सामना किया. उनमें से बहुत से नेता बेदाग साबित हुए. अभिषेक बनर्जी को ईडी से इतना डर क्यों लगता है?
बंगाल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष ने कहा कि कौन दोषी है और कौन निर्दोष इसका फैसला कोर्ट में होता है. इसकी प्रक्रिया अभी शुरू हुई है. जांच के बाद सब कुछ साफ हो जायेगा. दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा. अगर तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी के खिलाफ ईडी ने जांच शुरू की है, तो इसमें इतना डरने की कौन सी बात है?
Guilty or not will be decided by the court, process has just started…It happens everywhere. So many prominent leaders have faced ED probe & came out clean. What's there to be scared of? BJP's Dilip Ghosh on ED probe against TMC's Abhishek Banerjee in alleged coal smuggling case pic.twitter.com/vgmUpAJKPd
— ANI (@ANI) September 7, 2021
दिलीप घोष ने ये बातें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से कोयला चोरी मामले में ईडी की पूछताछ के मुद्दे पर कहीं. ईडी ने सोमवार को डायमंड हार्बर के सांसद और तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी से नयी दिल्ली में लगातार 9 घंटे तक पूछताछ की थी. ईडी ने अभिषेक की पत्नी रुजिरा को भी नोटिस जारी किया हुआ है.
पश्चिम बंगाल और झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की खदानों से कोयला चोरी के मामले में तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं के नाम सामने आये. कोयला चोरी गिरोह के सरगना अनूप माझी उर्फ लाला के बारे में कहा जाता है कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी के कई बड़े नेताओं तक उसकी पहुंच है. इसी के दम पर वह बेखौफ होकर कोयला चोरी और मवेशी तस्करी के धंधे करता रहा है.
कोयला चोरी और मवेशी तस्करी से जुड़ा है मामला
कोयला चोरी और मवेशी तस्करी मामले की जांच के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच में अनूप माझी उर्फ लाला की संलिप्तता का पता चला था. इसके बाद सीबीआई ने ही खुलासा किया कि तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं तक उसकी पहुंच है, जिसका लाभ उठाकर वह कानूनी कार्रवाई से बचता रहा है. आरोप है कि युवा तृणमूल नेता विनय मिश्रा के जरिये कोयला चोरी और मवेशी तस्करी का पैसा अभिषेक बनर्जी तक पहुंचता था.
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विनय मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए सीबीआई ने कई बार छापामारी की, लेकिन वह अब तक केंद्रीय जांच एजेंसी की पहुंच से दूर है. विनय मिश्रा देश छोड़कर फरार हो गया है और किसी द्वीप पर रह रहा है. सीबीआई किसी तरह से विनय मिश्रा को भारत में लाकर उसकी रिमांड लेकर उससे पूछताछ करने की कोशिश कर रही है. इस संबंध में कलकत्ता हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन है.
Posted By: Mithilesh Jha