बिहार में पंचायत चुनाव के बीच अवैध गन फैक्ट्री का खुलासा, इंजीनियरिंग वर्कशॉप की आड़ में बनाए जा रहे थे हथियार
जमुई में एक गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. इंजीनियरिंग वर्कशॉप की आड़ में बंदूक बनाने का धंधा करने वाले 3 लोगों को पुलिस ने छापेमारी के दौरान दबोचा.
जमुई के हरनाहा चौक के पास पुलिस ने एक मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया तथा मौके से 30 पिस्टल बरामद किया है. इस दौरान पुलिस ने पिस्टल निर्माण में लगे तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार लोगों में मुंगेर के दलहट्टा निवासी ब्रह्मानंद शर्मा, कासिम बाजार निवासी देवाशीष शर्मा तथा लखीसराय के खैरी निवासी राजेश मिस्त्री शामिल हैं. वहीं निर्मित, अर्द्धनिर्मित पिस्टल के साथ बंदूक निर्माण में प्रयुक्त होने वाले कई सामान और मशीन को भी जब्त किया गया है.
तीनों बीते छह महीने से हरनाहा चौक स्थित मां अम्बे रिबोरिंग नामक इंजीनियरिंग वर्कशॉप की आड़ में गन फैक्ट्री का धंधा चला रहे थे. जिस मकान में यह धंधा चलाया जा रहा था, वह सिकंदरा के विनय साव का है तथा परमानंद शर्मा ने 2019 में ही उनसे यह मकान किराया पर लिया था तथा इंजीनियरिंग वर्कशॉप की दुकान खोली थी. लॉकडाउन के बाद से उक्त दुकान की आड़ में बंदूक निर्माण किया जा रहा था.
साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि उक्त बंदूक की सप्लाई मुंगेर निवासी बबलू गुप्ता नामक एक खरीदार को की जाती थी. पुलिस छापमेारी के दौरान 30 निर्मित 7.62 एमएम की पिस्टल बरामद की गयी है. हर सप्ताह 30 से 45 बंदूक बना कर बड़े पैमाने पर सप्लाई की जाती थी. फिलहाल पुलिस ने इस पूरे प्रकरण का उद्भेदन किया है और निर्मित, अर्द्धनिर्मित पिस्टल के साथ बंदूक निर्माण में प्रयुक्त होने वाले कई सामान और मशीन को भी जब्त किया है.
पुलिस इस कारबोर में गिरफ्तार तीनों लोगों से पूछताछ कर रही है. छापेमारी दल में एसपी प्रमोद कुमार मंडल के अलावा सदर थानाध्यक्ष चंदन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक पप्पू पासवान भी शामिल थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan