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फिल्म गुंजन सक्सेना : ‘द कारगिल गर्ल’ के प्रदर्शन पर नहीं लगेगी रोक, दिल्ली हाईकोर्ट ने किया इनकार

दिल्ली उच्च न्यायालय ने नेटफ्लिक्स (netfilx) की फिल्म ‘गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल' (Gunjan Saxena the kargil gril) के प्रसारण पर रोक लगाने से इनकार किया. इससे पहले केन्द्र ने दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi high court )में दी दाखिल कि गयी अपनी याचिका में कहा था कि यह फिल्म भारतीय वायु सेना (Indian air force) की गलत छवि पेश कर रही है. फिल्म ‘गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल' से भारतीय वायु सेना की छवि को नुकसान पहुंचा है क्योंकि उसमें दिखाया गया कि एयरफोर्स में लैंगिक भेदभाव होता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2020 1:31 PM

दिल्ली उच्च न्यायालय ने नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल’ के प्रसारण पर रोक लगाने से इनकार किया. इससे पहले केन्द्र ने दिल्ली उच्च न्यायालय में दी दाखिल कि गयी अपनी याचिका में कहा था कि यह फिल्म भारतीय वायु सेना की गलत छवि पेश कर रही है. फिल्म ‘गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल’ से भारतीय वायु सेना की छवि को नुकसान पहुंचा है क्योंकि उसमें दिखाया गया कि एयरफोर्स में लैंगिक भेदभाव होता है.

हालांकि इस मामले में उच्च न्यायालय ने फिल्म का प्रसारण रोकने के आग्रह वाली केन्द्र की याचिका पर ‘धर्मा प्रोडक्शन’, नेटफ्लिक्स और पूर्व फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेना से जवाब मांगा है. दिल्ली उच्च न्यायालय ने धर्मा प्रोडक्शंस और अन्य को केंद्र की याचिका पर जवाब दाखिल करने और 18 सितंबर के लिए मामले को सूचीबद्ध करने के लिए कहा है.

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आज इस मामले में जस्टिस राजीव शकधर ने केंद्र से पूछा कि केंद्र सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म रिलीज होने से पहले कोर्ट का दरवाजा क्यों नहीं खटखटाया. अब जब फिल्म प्रदर्शित हो चुकी है तो अब कोई आदेश पारित नहीं किया जा सकता है. फिल्म को लेकर वायुसेना से सेंसर बोर्ड को पत्र लिखा था और इस पर एक्शन लेने की मांग की थी. वायुसेना का का कहना था कि फिल्म में सेना की छवि को गलत ढंग से दिखाया गया है.

बता दे कि अभिनेत्री जान्हवी कपूर की फिल्म गुंजन सक्सेना लगातार विवादों में है. फ़िल्म का ट्रेलर आया नहीं था कि सोशल मीडिया पर नेपोटिज्म के विवाद की वजह से फ़िल्म का विरोध होना शुरू हो गया था. फ़िल्म रिलीज हुई तो भारतीय वायुसेना बिफर गयी कि वायुसेना की छवि को गलत दिखाया गया है. गुंजन सक्सेना जिन पर यह बायोपिक फ़िल्म बनी हैं उन्होंने भारतीय वायुसेना का पक्ष रखते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना सभी को बराबर मौके देता है.

गुंजन जब खुद मानती हैं कि उन्हें समान अवसर मिले थे तो क्या जाह्नवी कपूर के स्क्रीन कैरेक्टर को महिमामंडित करने के लिए धर्मा प्रोडक्शन ने फ़िल्म में जबरन ऐसे प्रसंग और परिस्थितियां डाली हैं जो वायु सेना की कार्य संस्कृति के विपरीत है. बॉलीवुड में पहले भी वॉर पर कई फिल्में बन चुकी हैं.

Posted By: Pawan Singh

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