Bihar News: मदरसा के अंदर मिले हथियार व कारतूस से सनसनी, सूचना देने वाले से भी पुलिस करेगी सवाल
बांका में एक मदरसा के अंदर से पुलिस ने हथियार और कारतूस बरामद किये हैं. मदरसा संचालक के उपर केस दर्ज कर लिया गया है लेकिन सूचना देने वाले के उपर भी कई सवाल मंडरा रहे हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
बांका: धोरैया पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर सन्हौला-धोरैया मुख्य मार्ग पर स्थित करहरिया जामिया अरबिया तालीमुल कुरान नामक मदरसा से शनिवार को चार देसी कट्टा व आठ कारतूस बरामद किया है. इनमें तीन जिंदा कारतूस व पांच मिस फायर कारतूस शामिल हैं. मामले को लेकर क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है. धोरैया थानाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय ने बताया है कि गुप्त सूचना के आधार पर मदरसा में छापेमारी की गयी, जहां से यह अवैध हथियार बरामद हुआ है.
पहले सूचना मिली थी कि मदरसा में पुआल काटने वाले कमरे के एक रेक पर देसी कट्टा मौजूद पड़ा हुआ है. सूचना के आधार पर की गयी छापेमारी में रैक पर कोई अवैध हथियार नहीं मिला. दोबारा फिर सूचक के द्वारा बताया गया कि मदरसा के एक कमरे में पुआल से भरे बोरे के नीचे अवैध हथियार रखा हुआ है. सूचना के आधार पर पुन: उक्त ठिकाने पर छापेमारी की गयी तो वहां से देसी पिस्तौल और आठ कारतूस बरामद कर लिया गया. हालांकि इस मामले में मदरसे की संचालक की गिरफ्तारी पुलिस के द्वारा अभी तक नहीं की गयी है.
थानाध्यक्ष ने आगे बताया है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है कि सूचक को मदरसे में हथियार होने की जानकारी कैसे थी. जिसके कारण फिलवक्त मदरसा के संचालक करहरिया गांव निवासी मौलाना मो. फजीरुद्दीन की गिरफ्तारी नहीं की गयी है. उधर मदरसे के संचालक मो. फजीरुद्दीन ने बताया कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. वे पूर्व में महादेव एनक्लेव बालू घाट के मुंशी रह चुके हैं. बालू माफियाओं के द्वारा पूर्व में भी उन्हें फंसाने की साजिश रची गयी है.
बताया कि फिलहाल करहरिया, बलमचक, फत्तूचक आदि बालू घाट से बालू का अवैध उठाव बंद है. जिस कारण से बालू माफिया उन्हें तंग तबाह करने के लिए तरह-तरह की योजना पर कार्य कर रहे हैं. मालूम हो कि मुख्य मार्ग पर अवस्थित मदरसा बगल में ही गेरूआ नदी है. जहां से सरकारी आदेश के बाद बालू घाट बंद होने पर बालू माफिया चोरी-छिपे बालू का उठाव करते रहते हैं.
उक्त मदरसा में फिलवक्त 10 बच्चे पढ़ाई कर रहे है. मदरसा के बच्चों ने बताया कि यहां उर्दू, अरबी, ग्रामर की पढ़ाई की जाती है. संचालक ने बताया कि कोरोना के कारण यहां बच्चों की संख्या कम है. मदरसे के हेड टीचर शोएब अख्तर ने बताया कि वे दो दिन पूर्व भी यहां आये हैं. उन्हें इसकी विशेष जानकारी नहीं है. मदरसा बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहा है. मदरसा कैंपस में ही मस्जिद अवस्थित है.
बताया कि यहां बच्चों के अलावा गांव घर के भी कुछ लोग नमाज अदा करने के लिए आते हैं. इधर पुलिस पूरे मामले की गहन अनुसंधान कर रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस हर हाल में मामले का पटाक्षेप करेगी. पुलिसिया अनुसंधान भंग नहीं हो इसलिए मामले में पुलिस बहुत कुछ बताने से परहेज कर रही है.
Published By: Thakur Shaktilochan