रांची : झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर होनेवाले चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगरमी तेज है. यूपीए और भाजपा दोनों ही खेमे में राज्यसभा चुनाव की रणनीति बनायी जा रही है. महागठबंधन ने पहली सीट के लिए झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का नाम तय कर लिया है. मौजूदा राजनीतिक हालात में गठबंधन के विधायकों की संख्या बल के आधार पर शिबू सोरेन का तीसरी बार राज्यसभा में जाना तय माना जा रहा है. इससे पहले श्री सोरेन वर्ष1998 में और वर्ष 2002 में राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दुमका सीट छोड़ने के बाद फिलहाल झामुमो के पास 29 विधायक हैं. ऐसे में शिबू सोरेन की जीत तय मानी जा रही है. गुरुवार को विधानसभा में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संयुक्त रूप से राज्यसभा चुनाव उम्मीदवार को लेकर शिबू सोरेन के नाम की घोषणा की. इधर, प्रदेश भाजपा के अंदर भी राज्यसभा चुनाव को लेकर मंथन चल रहा है. पार्टी की ओर से उम्मीदवार के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नाम की चर्चा है. इस मुद्दे पर आजसू पार्टी से बातचीत चल रही है.
किसी को राज्यसभा भेजने को लेकर नहीं हुआ है कमिटमेंट : आरपीएन सिंह
आरपीएन सिंह कहा कि किसी खास व्यक्ति को राज्यसभा भेजने को लेकर कोई कमिटमेंट नहीं हुआ है. पिछले लोकसभा चुनाव के समय महागठबंधन में झामुमो, कांग्रेस, राजद के साथ-साथ झाविमो भी शामिल था. वर्तमान में राजनीतिक परिस्थितियां बदल गयी हैं. आज झाविमो के एक विधायक विपक्ष के साथ चले गये हैं? झारखंड के लिए शिबू सोरेन का योगदान अहम रहा है. इन्हें प्रत्याशी बनाने पर झारखंड को गर्व होगा. वे त्याग और बलिदान के प्रतीक रहे हैं. जहां तक दूसरी सीट की बात है, तो उस पर बातचीत चल रही है. उचित समय पर निर्णय लिया जायेगा.