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आज Guru Pushya Yoga पर ऐसे करें भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा, जानें इस शुभ मुहूर्त में पूजने का महत्व और आज के दुलर्भ योग

Guru Pushya Yoga 2021, Dates, Shubh Muhurat, Puja Vidhi, Importance, Totke: आज यानी 25 फरवरी को गुरु पुष्य योग 2021 है. यह इस वर्ष का दूसरा पुष्य योग्य है. इसके बाद फिर 28 अक्टूबर के पूरे दिन और 25 नवंबर के सूर्योदय व सूर्यास्त के बीच यह योग पड़ेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुल 27 नक्षत्र होते हैं, जिनमें पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व होता है. जब यह नक्षत्र गुरुवार को पड़े तो इसे गुरु पुष्य योग के रूप में मानाया जाता है. इस दिन गुरु बृहस्पति देव की पूजा अर्चना की जाती है. कहा जाता है कि आज के दिन निवेश करना बेहद फलदायी होता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2021 6:50 AM

Guru Pushya Yoga 2021, Dates, Shubh Muhurat, Puja Vidhi, Importance, Totke: आज यानी 25 फरवरी को गुरु पुष्य योग 2021 है. यह इस वर्ष का दूसरा पुष्य योग्य है. इसके बाद फिर 28 अक्टूबर के पूरे दिन और 25 नवंबर के सूर्योदय व सूर्यास्त के बीच यह योग पड़ेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुल 27 नक्षत्र होते हैं, जिनमें पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व होता है. जब यह नक्षत्र गुरुवार को पड़े तो इसे गुरु पुष्य योग के रूप में मानाया जाता है. इस दिन गुरु बृहस्पति देव की पूजा अर्चना की जाती है. कहा जाता है कि आज के दिन निवेश करना बेहद फलदायी होता है.

आज नई कीमती वस्तु, प्रॉपर्टी, वाहन, आभूषणों की खरीदारी लाभदायक साबित हो सकती है. वहीं, नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो मां लक्ष्मी की आज विशेष कृपा बरसती है.

क्यों खास है गुरु पुष्य योग?

दरअसल, माघ मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर यह योग पड़ रहा है. ऐसे में इसके साथ कई विशेष योग भी पड़ रहे हैं. आज स्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि के अलावा रवि और अमृत योग भी पड़ रहा है, जिसके कारण इस दिन का महत्व और बढ़ गया है. आपको बता दें कि आज चंद्रमा अपनी ही राशि कर्क में रहेंगे.

ऐसी मान्यता है कि आज किए गए कोई भी शुभ कार्य या निवेश आपको हजारों जन्मों तक लाभ दे सकते हैं. हालांकि, इस दौरान विवाह, मुंडन जैसे अन्य मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. इसके पीछे कारण यह है कि इस योग को भगवान ब्रह्मा जी का शाप भी मिला था.

गुरु पुष्य योग के दिन इनकी करें पूजा

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज बृहस्पति देव के अलावा भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करनी चाहिए. यह तीनों भगवान सुख, वैभव और धन के दाता है. आपको बता दें कि नक्षत्रों के स्वामी शनिदेव को माना गया है. हालांकि, गुरु पुष्य योग पर शनिदेव और बृहस्पति देव, अर्थात दोनों भगवान का विशेष प्रभाव पड़ता है. दोनों से आशीर्वाद प्राप्त करके निवेश करने से सभी समस्याओं का हल निकलता है.

गुरु पुष्य पर क्या करें, क्या ना करें

  • आज के दिन मां लक्ष्मी व नारायण जी की पूजा करें.

  • पूजा के दौरान ‘ओम श्रीं ह्रीं दारिद्रय विनाशिन्ये धनधान्य समृद्धि देहि देहि नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करें.

  • आज के दिन घर के बाहर स्वास्तिक जरूर बनाएं और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त किए हुए दक्षिणावर्ती शंख की पूजा भी की जानी चाहिए.

  • ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से अटके धन प्राप्त हो सकते हैं.

  • व्यापार की स्थल पर मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए. साथ ही साथ नौकरी की प्राप्ति हेतु पूजा की जानी चाहिए.

  • पारद लक्ष्मी के अलावा एकाक्षी नारियल की पूजा भी की जानी चाहिए. जिसे मां लक्ष्मी का ही स्वरूप माना गया है.

  • ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से घर या व्यापार में कभी भी पैसे की कमी ना ना होती है यह धन-धान्य और सुख समृद्धि की वृद्धि करता है.

  • आज मां लक्ष्मी के कनकधारा स्त्रोत और लक्ष्मी पाठ भी पढ़नी चाहिए. ऐसा करने से घर, व्यापार में धन वर्षा होती है. ऐश्वर्या, वैभव की प्राप्ति होती है और शत्रुओं का नाश होता है.

गुरुपुष्य योग का शुभ मुहूर्त

  • गुरु पुष्य योग: सुबह 06 बजकर 50 मिनट से दोपहर 01 बजकर 17 मिनट तक

  • सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग: सुबह 06 बजकर 50 मिनट से दोपहर 01 बजकर 17 मिनट तक

  • रवि योग: दोपहर 01 बजकर 17 मिनट से और अगली सुबह 06 बजकर 49 मिनट तक

  • अमृत काल: सुबह 06 बजकर 53 मिनट से 08 बजकर 29 मिनट तक

Posted By: Sumit Kumar Verma

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