Guru Ravidas Jayanti 2023: हिंदी पंचांग के अनुसार, माघ माह में पूर्णिमा तिथि को संत रविदास जयंती मनाई जाती है. इस प्रकार, आज 5 फरवरी को संत रविदास जयंती है.हालांकि, संत रविदास की जन्म तिथि को लेकर इतिहासकारों में मतभेद हैं. संत रविदास को आज भी लोग याद करते हैं. उनके जन्म महोत्सव के दिन लोग महान धार्मिक गीतों, दोहों और पदों को सुनते हैं. वैसे तो उनको पुरे विश्व में सम्मान दिया जाता है मगर उत्तर प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र में उनके भक्ति आंदोलन और भक्ति गीत को कुछ अलग तरह से सम्मान दिया जाता है.
संत रविदास को आज भी लोग याद करते हैं. उनके जन्म महोत्सव के दिन लोग महान धार्मिक गीतों, दोहों और पदों को सुनते हैं. वैसे तो उनको पुरे विश्व में सम्मान दिया जाता है मगर उत्तर प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र में उनके भक्ति आंदोलन और भक्ति गीत को कुछ अलग तरह से सम्मान दिया जाता है.
कहा जाता है कि गुरु रविदास से प्रभावित होकर मीराबाई ने उन्हें अपना गुरु मान लिया था. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में मीरा के मंदिर के सामने एक छोटी छतरी बनी है, जिसमें संत रविदास के पद चिन्ह दिखाई देते है. संत रविदास जी की जयंती के अवसर पर उन्हें याद किया जाता है. आज भी करोड़ों लोग संत रविदास को अपना आदर्श मानकर उनकी पूजा करते हैं. इस अवसर पर कई जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है.
उनके अनुयायी गुरु रविदास (Guru Ravidas) के सम्मान में आरती (aarti) करते हैं. वाराणसी (Varanasi) में उनके जन्म स्थान पर बने श्री गुरु रविदास जन्मस्थान मंदिर में भव्य समारोह (grand celebration) का आयोजन किया जाता है. उनके कुछ अनुयायी पवित्र नदी में डुबकी भी लगाते
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. prabhatkhabar.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.)