Guruvar Vrat Lord Vishnu Puja Niyam Significance: गुरुवार व्रत के हैं कई लाभ, जानें पूजन विधि, लाभ और महत्व

Guruvar Vrat Lord Vishnu Puja Niyam Significance: गुरुवार का व्रत करने से वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है.यदि कुंवारी कन्याएं इस व्रत को करती हैं तो उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और शादी में उत्पन्न हो रही बाधाएं भी दूर होती है.

By Shaurya Punj | January 19, 2023 6:45 AM

Guruvar Vrat Lord Vishnu Puja Niyam and Significance: हिन्दू धर्म में हर दिन पूजा के लिए बना हुआ है. हर दिन ज्योतिष संबंधी कारणों, उनके जन्म, दिवस विशेष आदि के कारण तय किए गए है. गुरुवार के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा की जाती है. इससे घर पर सुख-समृद्धि और धन-संपदा बनी रहती है. वहीं इस व्रत के प्रभाव से कुंडली में गुरु ग्रह भी मजबूत होते हैं. गुरुवार का व्रत करने से वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है.यदि कुंवारी कन्याएं इस व्रत को करती हैं तो उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और शादी में उत्पन्न हो रही बाधाएं भी दूर होती है.

कब शुरु कर सकते हैं गुरुवार व्रत

गुरुवार का व्रत पंचांग के अनुसार किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार से रखा जा सकता है, लेकिन पौष माह से व्रत का प्रारंभ नहीं करना चाहिए. यदि व्रत प्रारंभ करने के दिन अनुराधा नक्षत्र का योग हो तो वह उत्तम होता है.

गुरुवार के कितने व्रत रखते है

जिस प्रकार से 16 सोमवार व्रत का महत्व है, उसी प्रकार से 16 गुरुवार व्रत रखने का विधान है. उसके अगले गुरुवार को व्रत का उद्यापन कर दिया जाता है.

गुरुवार के उपाय (Guruwar ke Upay)

  • ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करें.

  • स्नान के समय ‘ॐ बृ बृहस्पते नमः’ का जाप भी करें.

  • मान्यता है कि इस दिन स्नान के बाद  ‘ॐ बृ बृहस्पते नमः’ का जाप करने से धन-संपदा में तरक्की होती है

  • गुरु के भी प्रकार के दोष को दूर करने के लिए आप गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करें.

  • इसके साथ ही साथ नहाते वक्त “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप जरूर जाप करें.

  • गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए हर गुरुवार पूजा के बाद अपनी कलाई में या गर्दन पर हल्दी का छोटा सा टीका लगा लें. ऐसा करने से कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होगा। साथ ही व्यक्ति को हर कार्य क्षेत्र में धन-लाभ होता है.

  • आज के दिन भगवान विष्णु को केले का भोग लगाएं. पीले फूल, चने की दाल, गुड़ चढ़ाएं. पंचामृत स्नान कराएं और तुलसी का पत्ता अर्पित करें. स्वयं केले का सेवन ना करें. श्रीहरि के आशीर्वाद से सभी समस्याएं दूर होंगी. सुख एवं समृद्धि में वृद्धि होगी.

  • जिन लोगों के विवाह में विलंब हो रहा है, तो उनको गुरुवार का व्रत नियमपूर्वक करना चाहिए. गुरुवार के दिन गुड़, चने की दाल, हल्दी, पीले वस्त्र आदि का दान किसी ब्राह्मण को करें. गुरु के प्रबल होते ही शादी का बात पक्की हो सकती है.

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