Bareilly: मोहन भागवत के सपोर्ट में आए बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन, ज्ञानवापी मामले में कही ये बात
Bareilly News: तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव एवं दरगाह आला हजरत से जुड़े मौलाना शाहबुद्दीन रजवी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान की तारीफ की है.
Bareilly News: तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव एवं दरगाह आला हजरत से जुड़े मौलाना शाहबुद्दीन रजवी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि एक दिन पूर्व संघ प्रमुख ने कहा है कि अब किसी मस्जिद को लेकर आरएसएस और हिंदू समाज आंदोलन नहीं करेगा. उन्होंने मुस्लिमों से बेहतर रिश्ते बनाने की बात कही. इस बयान का मुस्लिम समाज स्वागत करता है.उनके बयान की हर तरफ तारीफ हो रही है. मगर उन्होंने संघ प्रमुख के बातचीत से मसलों के हल किए जाने पर सवाल खड़ा किया है.
उन्होंने कहा कि यह बातचीत का सिलसिला कब तक चलेगा, कहां तक चलेगा.यह हद भी तय होनी चाहिए.मौलाना ने कहा कि इससे पहले बाबरी मस्जिद पर भी यही बात कही गई थी. सभी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने की बात कही थी.मगर, मुसलमानों ने मजबूरी में देश के अमन के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को माना, लेकिन अभी राम मंदिर का निर्माण पूरा भी नहीं हुआ है. इससे पहले ही बनारस की ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा की ईदगाह, कर्नाटक की शाही मस्जिद समेत तमाम मस्जिदों को लेकर फिर हिंदू संगठन खड़े होने लगे हैं.
उन्होंने कहा मुसलमान देश के अमन के लिए खामोश है. मगर, सब्र की एक हद होती है.मौलाना ने कहा कि देश के अमन पसंद हिंदू- मुस्लिमों को मसले का हल निकालना चाहिए. इसका हल जल्द किया जाएं.कहीं ऐसा न हो कि बहुत देर हो जाए. उन्होंने संघ प्रमुख को भी हिंदू संगठनों से रोकने की बात कही. इससे पहले भी तंजीम उलमा- ए- इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव, संरक्षक मुलायम सिंह यादव और पूर्व कैबिनेट मंत्री मुहम्मद आजम खान को लेकर भी काफी बयान दिएं थे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद