नियमों को लागू करवाने की जिम्मेदारी जिनके कंधे पर हो अगर वहीं नियमों की धज्जियां उडाने लगे तो फिर प्रशासन की गंभीरता पर ही सवाल खड़ा हो जाता है. बिहार के हाजीपुर में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. इस बार खाकी ही सवालों के घेरे में है. हाजीपुर की पुलिस लाइन में महाशिवरात्रि की देर रात बार-बालाओं से ठुमके लगवाये गए. कार्यक्रम स्थल पर अधिकारियों की मौजूदगी में यह नाच रात में कई घंटों तक चलता रहा.
हाजीपुर पुलिस लाइन में जिस कार्यक्रम का आयोजन किया गया वह अचानक आग की तरह लोगों के बीच फैल गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिले में डीजे बजाने पर रोक लगी हुई थी. लेकिन केवल इन नियमों को ही पुलिस लाइन में नहीं तोड़ा गया बल्कि महाशिवरात्री जैसे त्योहार के नाम पर ऐसा भौंडा आयोजन भी खाकी की भद्द पिटवा गयी है.
पुलिस लाइन में देर शाम भोजपुरी गानों पर मंच पर बार-बालाएं थिरक रही थीं.वहीं पुलिस कर्मी भी गानों पर नाचते हुए दिखाई दिए. ये सब किसी अनजाने में नहीं बल्कि पुलिस अधिकारियों के सामने ही चल रहा था. देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया. रात में ही जब एसपी और एसडीपीओ को मामले की जानकारी हुई तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे.
इस पूरे जश्न का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया. वहीं एसडीपीओ ने मौके पर पहुंचकर कार्यक्रम को फौरन बंद कराया और डीजे को जब्त कर लिया. एसपी ने पुरे मामले की जांच का जिम्मा एसडीपीओ को सौंपते हुए कहा है कि मामले की जांच होगी और जो भी इसमें दोषी पाये जायेंगे उन्हें दंडित किया जायेगा.
Posted By: Thakur Shaktilochan