धनबाद का हाजरा क्लिनिक अग्निकांड: दुर्गापुर के नामी डॉक्टर के बड़े पुत्र डॉ सोहम खमारू की मौत से पसरा मातम
चिकित्सक पुत्र की दर्दनाक मौत की खबर जैसे ही दुर्गापुर के औद्योगिक क्षेत्र में पहुंची, पूरे औद्योगिक क्षेत्र में मातम छा गया. कई औद्योगिक क्षेत्रों के निवासियों ने कहा कि डॉक्टर के परिवार के इस हादसे में पूरा औद्योगिक क्षेत्र उनके साथ है. फिलहाल शोकाकुल डॉक्टर का परिवार धनबाद में है.
बर्दवान, मुकेश तिवारी. पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर के प्रख्यात चिकित्सक जनार्दन खमारू के बड़े बेटे डॉक्टर सोहम खमारू (25 वर्ष) की दर्दनाक मौत से औद्योगिक क्षेत्र में शोक की लहर है. डॉक्टर खमारू की धनबाद में उसके मामा डॉ विकास के घर में आग लगने से मौत हो गयी. उस भयानक आग में सोहम और डॉक्टर दंपती उनके मामा-मामी समेत पांच लोगों की मौत हो गयी. आपको बता दें कि सरस्वती पूजा के मौके पर सोहम अपने मामा के घर धनबाद गए थे. डॉक्टर जनार्दन खमारू के सबसे बड़े बेटे सोहम खमारू दुर्गापुर के प्राणकेन्द्र सिटी सेंटर के व्यावसायिक परिसर में ’मेडिस्कैन’ नामक अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर के प्रमुख थे. दर्दनाक हादसे की खबर मिलते ही दुर्गापुर के चिकित्सक जनार्दन खमारू व उनका परिवार धनबाद के लिए रवाना हो गया. फिलहाल शोकाकुल डॉक्टर का परिवार धनबाद में है.
दुर्गापुर के औद्योगिक क्षेत्र में पसरा मातम
चिकित्सक पुत्र की दर्दनाक मौत की खबर जैसे ही दुर्गापुर के औद्योगिक क्षेत्र में पहुंची, पूरे औद्योगिक क्षेत्र में मातम छा गया. मालूम हो कि दुर्गापुर इस्पात नगर में पले-बढ़े डॉक्टरों के इस परिवार से कई लोगों का सीधा और परोक्ष संपर्क है. कई औद्योगिक क्षेत्रों के निवासियों ने कहा कि डॉक्टर के परिवार के इस दु:ख की घड़ी में पूरा औद्योगिक क्षेत्र उनके साथ है. जानकारी के अनुसार यदि शव परिजनों को सौंप दिए जाते हैं तो खमारू दंपती अपने बेटे सोहम के शव को लेकर दुर्गापुर शहर लौट आएंगे. बताया जाता है कि संयोग से डॉक्टर जनार्दन खमारू के बहनोई डॉ विकास हाजरा और उनकी पत्नी डॉ प्रेमा हाजरा का धनबाद शहर के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र में टेलीफोन एक्सचेंज रोड पर एक अस्पताल है. चार मंजिल वाले इस अस्पताल के ऊपर डॉक्टर दंपती रहते थे. आग हाजरा क्लीनिक स्थित डॉ विकास हाजरा के आवासीय परिसर स्थित गोदाम में शुक्रवार की देर रात करीब डेढ़ से दो बजे के बीच लगी थी. देखते ही देखते धुआं पूरे घर में फैल गया था. आग लगने से घर में सोये डॉ विकास हाजरा (62 वर्ष), उनकी पत्नी डॉ प्रेमा हाजरा (56 वर्ष), दुर्गापुर से आये भांजा सोहम खमारू (30 वर्ष), गांव से आये रिश्तेदार शंभु सिंघों (32 वर्ष) व घर की नौकरानी तारा मंडल (70 वर्ष) की मौत दम घुटने से हो गयी. आग तेजी से फैल गयी. सूचना मिलने पर दमकल व पुलिस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया.
सुनील मंडल की हालत गंभीर
बताया जा रहा है कि आग में डॉक्टर दंपती के पालतू कुत्ता की भी मौत हो गयी. प्रथम दृष्टया आग घर के स्टोर रूम में लगी बताई जा रही है. आग का धुआं जब आवास तक पहुंचा तो माना जा रहा है कि धुएं से दम घुटने से सभी की मौत हुई है. हालांकि अस्पताल में भर्ती मरीजों को आग लगने की घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ है. अस्पताल के कर्मचारी जल्दी से मरीजों को स्थानांतरित करने की व्यवस्था कर दी थी. ज्ञात हो कि आग लगने के समय अस्पताल में 25 मरीज भर्ती थे. हादसे के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर प्रख्यात चिकित्सक दंपती की मौत पर दुख जताया है. इसके अलावा प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि कहीं इस घटना में कोई लापरवाही तो नहीं हुई. बताया जाता है कि उसके लिए दो बार शवों का पोस्टमार्टम किया गया. घटना के संबंध में धनबाद एएसपी (ग्रामीण) रिशमा रमेशन ने कहा कि शुरुआत में स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू की, लेकिन रांची से विशेष फोरेंसिक टीम पूरे मामले की जांच करेगी. इस हादसे में इस हादसे में ही डॉ विकास के गांव पूर्व बर्दवान जिला के लकुंडा से आये ममेरे भाई सुनील मंडल को गंभीर स्थिति में नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. सुनील को फिलहाल वेंटिलेटर पर रखा गया है.