Hanuman Ji Ki Aarti, Bada Mangal 2023: ज्येष्ठ माह का दूसरा बड़ा मंगल 16 मई, 2023 को है. ज्येष्ठ मास में हनुमान जी की पूजा का खास महत्व है. माना जाता है कि बड़ा मंगलवार या बुढ़वा मंगल के दिन पूरे विधि-विधान से हनुमान जी पूजा-अर्चना करने से बजरंगबली का विशेष आशीर्वाद मिलता है. इस दिन बजरंगबली के वृद्ध स्वरुप की पूजा करने का विधान है. हनुमान जी के इस रूप की पूजा करने से बजरंगबली अपने भक्त के सभी दुखों को हर लेते हैं. ज्योतिष पंडित कौशल मिश्रा के अनुसार बड़ा मंगल के दिन सच्चे मन से भगवान हनुमान की पूजा से जीवन से दुख, दरिद्रता का नाश हो जाता है. पूजा के साथ ही इस दिन हनुमान जी आरती भी करनी चाहिए. आगे पढ़ें हनुमान जी की आरती.
॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥
मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥
वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,
श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥
॥ आरती ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई ।
संतन के प्रभु सदा सहाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
दे वीरा रघुनाथ पठाए ।
लंका जारि सिया सुधि लाये ॥
लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।
जात पवनसुत बार न लाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
लंका जारि असुर संहारे ।
सियाराम जी के काज सँवारे ॥
लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।
लाये संजिवन प्राण उबारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ॥
बाईं भुजा असुर दल मारे ।
दाहिने भुजा संतजन तारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।
जय जय जय हनुमान उचारें ॥
कंचन थार कपूर लौ छाई ।
आरती करत अंजना माई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥
लंक विध्वंस किये रघुराई ।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
॥ इति संपूर्णंम् ॥