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Hanuman Jayanti 2022: हनुमान जयंती के अवसर पर करें इन मंत्रों का जाप, मिलेगा शुभ फल

Hanuman Jayanti 2022: हनुमान जयंती यानि हनुमान महोत्सव पर शाबर मंत्र का पाठ उत्तम माना गया है. इस मंत्र को सबसे सुरक्षित मंत्र माना गया है. ये सबसे आसान और सबसे सुरक्षित होने के कारण ये अधिक लोकप्रिय हैं.इस बार हनुमान जयंती आज यानी 16 अप्रैल को मनाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2022 7:07 AM

Hanuman Jayanti 2022: इस बार हनुमान जयंती आज यानी 16 अप्रैल को दोपहर 2.25 बजे से प्रारंभ होगी और 17 अप्रैल को दोपहर 12.24 बजे खत्म होगी. इस बार हनुमान जन्मोत्सव की खास बात यह है, कि इस दिन रवि और हर्षना योग के साथ ही हस्त और चित्रा नक्षत्र का संयोग बन रहा है. हनुमान जी के जन्मदिन पर किए गए उपाय जीवन में विशेष फल प्रदान करते हैं. इस दिन आप ये कर सकते हैं.

शाबर मंत्र क्या है?

हनुमान जयंती यानि हनुमान महोत्सव पर शाबर मंत्र का पाठ उत्तम माना गया है. इस मंत्र को सबसे सुरक्षित मंत्र माना गया है. ये सबसे आसान और सबसे सुरक्षित होने के कारण ये अधिक लोकप्रिय हैं. इन मंत्रों को वैदिक मंत्रों की तरह लंबी साधना की जरूरत नहीं होती और न ही तांत्रिक मंत्रों की तरह जटिल होते हैं. शाबर मंत्र की विशेष बात यह है कि यह जिस इष्ट के लिए पढ़ा जा रहा है. उनके भी ईष्ट की दुहाई इन मंत्रों में दी जाती है. यानी उन्हें उनके इष्ट का वास्ता दिया जाता है कि आपको आपके इष्ट का वास्ता कि मेरी प्रार्थना आप जल्द से स्वीकार करें.

सारे प्रयास जब असफल हो जाएं तब करना चाहिए इस मंत्र का प्रयोग

माना जाता है कि बजरंग बाण का उच्चारण तब करना चाहिए जब सभी किए जा रहे उपाय असफल हो जाएं. जब विपदा बहुत प्रबल हो जाती है तब इस पाठ का करना अति शुभ फल देने वाला होता है.

इस प्रकार करें बजरंग बाण का पाठ

बजरंग बाण हनुमान जी की आराधना और आशीर्वाद पाने का सबसे प्रभावी उपाए माना जाता है. बजरंग बली प्रभु श्री राम के परम भक्त थे इसलिए बजरंग बाण मुख्य रुप से भगवान राम की सौगंध दी गयी है. ऐसा माना जाता है कि जब भी आप श्री राम की सौगंध लेंगे, तो हनुमान जी आपकी मदद करने के लिए ज़रुर अग्रसर होंगे. बजरंग बाण का पाठ के लिए सबसे पहले गणेश जी की आराधना करते हैं. इसके बाद श्री राम और सीता का ध्यान करें. इसके बाद हनुमान जी का मनन करेंगे और अपनी मनोकामना पूरी करने की बात कहेंगे. इसके बाद बजरंग बाण का पाठ करें. बजरंग बाण के पाठ के बाद भगवान श्री राम का कीर्तन करें. फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें.

इन नियमों का पालन जरूर करें

1- बजरंग बाण का पाठ के लिए सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके ध्यान करके हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें.

2- कुश से बने आसन पर बैठकर बजरंग बाण का पाठ करें और संकल्प लें.

3- फूल, दीप और धुप चढ़ाये और पूजा अर्चना करें.

4- जितनी बार बजरंग बाण का पाठ करें उतनी बार रुद्राक्ष की माला से पाठ करें. या फिर बिन माला के गिनती याद रखें.

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