Hanuman Jayanti 2023: हनुमान जयंती को भगवान हनुमान के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भक्त व्रत रखते हैं. हर साल, हनुमान जयंती हिंदू महीने चैत्र की पूर्णिमा के दिन होती है. कुछ स्थानों पर, हनुमान जयंती हिंदू महीने कार्तिक में अंधेरे पखवाड़े के चौदहवें दिन मनाई जाती है. हनुमान जयंती देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग समय पर उनकी मान्यताओं और उनके द्वारा पालन किए जाने वाले कैलेंडर के प्रकार के आधार पर मनाई जाती है. द्रिक पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि 5 अप्रैल को सुबह 9:19 बजे शुरू होगी और 6 अप्रैल को सुबह 10:4 बजे समाप्त होगी.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भक्त भगवान हनुमान को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. भक्त पूरे दिन उपवास करते हैं, प्रार्थना करते हैं, मंदिरों में जाते हैं, गरीबों और जरूरतमंद लोगों के बीच भोजन वितरित करते हैं. लोग अपने घरों में सुंदरकांड का पाठ करते हैं और इस अवसर को मनाने के लिए भजन और कीर्तन करते हैं.
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इस व्रत में तत्कालिक तिथि (रात्रिव्यापिनी) ली जाती है.
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व्रत से एक रात पहले जमीन पर राम-सीता और हनुमान का स्मरण करके सोएं.
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सुबह जल्दी उठकर एक बार फिर राम-सीता और हनुमान का स्मरण करें.
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सुबह जल्दी नहा-धोकर तैयार हो जाएं.
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अब हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें.
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इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के पास बैठ जाएंबै. ठते समय पूर्व या उत्तर की ओर मुख करें.
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सबसे विनम्र तरीके से भगवान हनुमान से प्रार्थना करें.
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इसके अलावा, षोडशोपचार (16 संस्कार) के सभी अनुष्ठानों के बाद उनकी पूजा करें.
ॐ श्री हनुमते नमः