वैसे तो लखनऊ का हनुमंत धाम मूल रूप से राम भक्त हनुमान और भगवान शंकर को समर्पित है. लेकिन, इस पावन धाम में कई अन्य देवी देवताओं के विग्रह मौजूद हैं. यहां मंगलवार और रविवार को श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है.
हनुमंत धाम में राम भक्त हनुमान के सबसे ज्यादा विग्रह नजर आते हैं. इनमें हनुमानजी अलग अलग मुद्राओं में रामभक्ति में लीन नजर आते हैं.
इस पवित्र धाम को इतने खूबसूरत तरीके से बनाया गया है कि ऐसा लगता है जैसे हम किसी दिव्य लोक में आ गये हों.
हनुमंत धाम में हर तरफ भगवान के विग्रह मौजूद हैं. इनके भाव इतने सजीव नजर आते हैं कि जैसे भगवान स्वयं भक्तों के सामने मौजूद हों.
वैसे तो हनुमंत धाम लगभग 400 साल पुराना मन्दिर है. लेकिन, इसका सौन्दर्यीकरण कुछ वर्षों पहले शुरू किया गया और इसमें लगभग सात वर्ष लगे. यहां पर हनुमानजी की 400 साल पुरानी गर्भगृह में एक प्रतिमा है जो कि बेहद अलौकिक और अद्भुत है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 6 जुलाई 2022 को हनुमंत धाम का उद्घाटन किया था. यहां परिसर में भगवान नीलकंठ की विशालकाय प्रतिमा दूर से ही नजर आती है.
हनुमंत धाम लखनऊ का प्रवेश द्वार छोटा है. इस प्रवेश द्वार को देखकर नहीं लगता है कि अंदर विशाल मंदिर होगा. अंदर प्रवेश करने पर एक अद्भुत लोक में आने का अनुभव होता है.
शाम होते ही रोशनी से नहाया हनुमंत धाम और भी खूबसूरत लगने लगता है. गोमती नदी के किनारे स्थित होने के कारण इसकी सुंदरता रात में कई गुना ज्यादा बढ़ जाती है.