वंदना कटारिया के परिवार पर जातिसूचक टिप्पणी करने वालों पर पुलिस का शिकंजा, तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार

टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में भारतीय महिला टीम (Indian Women’s Hockey Team) अर्जेंटीना से सेमीफाइनल मुकाबला 1-2 से हार गई थी. इसके बाद वंदना (Vandana Katariya Casteist Slur) और उनके परिवार के खिलाफ हरिद्वार में कुछ लोगों ने जातिसूचक शब्द कहे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2021 8:40 AM
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Tokyo Olympics 2020 : हरिद्वार पुलिस ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में अर्जेंटीना के खिलाफ भारत की हार के बाद महिला हॉकी टीम (Indian Women’s Hockey Team) की खिलाड़ी वंदना कटारिया (Vandana Katariya Casteist Slur) के परिवार के सदस्यों के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करने के मामले में एक तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया. पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार मुखबिरों की सूचना के बाद सुमित चौहान (23) को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने गुरुवार को मामले के सिलसिले में दो भाइयों अंकुरपाल (21) और विजयपाल (25) को गिरफ्तार किया था.

बता दें कि वंदना के भाई चंद्रशेखर ने बुधवार को सिदकुल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जब भारतीय हॉकी टीम अर्जेंटीना से हार गई तो सुमित चौहान, अंकुरपाल और विजयपाल ने जश्न में डांस किया, रोशनाबाद इलाके में अपने घर के सामने पटाखे फोड़े और परिवार के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी के साथ गालियां दीं. शिकायत में यह भी कहा कि आरोपी ने यह भी कहा कि भारतीय टीम एक विशेष जाति के खिलाड़ियों के कारण खेल हार गई.दरअसल, महिला टीम अर्जेंटीना से सेमीफाइनल मुकाबला 1-2 से हार गई थी. इसके बाद वंदना और उनके परिवार के खिलाफ हरिद्वार में कुछ लोगों ने जातिसूचक शब्द कहे थे.

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वंदना के परिवार ने आरोप लगाया था कि हरिद्वार में वो जिस इलाके में रहते हैं, वहां के कुछ युवाओं ने महिला टीम के सेमीफाइनल हारने के बाद उनके घर के बाहर आतिशाबाजी की थी और इस दौरान उनके खिलाफ जातिवादी टिप्पणियां की थीं. वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल (Rani Rampal) ने टीम की फॉरवर्ड वंदना कटारिया और उनके परिवार के खिलाफ कथित जातिवादी अपशब्दों के इस्तेमाल को शर्मनाक करार दिया है. उन्होंने कहा कि हम सभी देश के अलग-अलग हिस्सों, अलग-अलग जातियों से आते हैं. कुछ हिंदू, मुस्लिम, सिख हैं, लेकिन यहां हम केवल भारत और उस झंडे का प्रतिनिधित्व करते हैं. किसी धर्म या राज्य का नहीं.

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