हरियाणा : विधानसभा सत्र से 2 दिन पहले स्पीकर कोरोना पॉजिटिव, दो विधायक भी संक्रमित
चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू होने से दो दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता (Speaker Gian Chand Gupta) और भाजपा के दो विधायकों की जांच में सोमवार को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई. इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये. खट्टर ने 6 दिन पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था. शेखावत भी संक्रमित पाये गये थे.
चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू होने से दो दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता (Speaker Gian Chand Gupta) और भाजपा के दो विधायकों की जांच में सोमवार को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई. इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये. खट्टर ने 6 दिन पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था. शेखावत भी संक्रमित पाये गये थे.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पीटीआई-भाषा से कहा, “विधानसभा अध्यक्ष (गुप्ता) तथा विधायक असीम गोयल और राम कुमार की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है.” गुप्ता पंचकूला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, गोयल अंबाला शहर से और कुमार इंदरी से विधायक हैं. विधानसभा अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा सदन की अध्यक्षता करेंगे.
इससे पहले दिन की शुरुआत में गुप्ता ने ट्वीट किया कि रविवार को उनकी कोरोना वायरस जांच हुई थी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि वह ठीक महसूस कर रहे हैं और डॉक्टरों की सलाह पर वह घर में ही पृथक-वास में रह रहे हैं. गुप्ता ने पिछले दिनों संपर्क में आये लोगों से अपनी जांच कराने और पृथक-वास में रहने को कहा है.
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स्वास्थ्य मंत्री के सुझाव पर गत सप्ताह विधानसभा अध्यक्ष ने हरियाणा विधानसभा परिसर में बुधवार से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र के दौरान प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए “कोविड-19 निगेटिव” प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया था. सत्र शुरू होने से पहले सभी विधायकों, अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्री, विधानसभा के कर्मचारी और अन्य अधिकारियों को अपनी कोविड-19 की जांच करवाकर रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है. रिपोर्ट तीन दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए.
इससे पहले विज ने राज्य के सभी 22 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जो भी विधायक जांच करवाना चाहते हैं, उनके नमूने ले लिए जाएं. चंडीगढ़ में इसके लिए एक विशेष शिविर लगाया गया है, जहां विधानसभा और राज्य सरकार के अधिकारी, मीडिया कर्मी और विधायक अपने नमूने दे सकते हैं.
Posted by: Amlesh Nandan Sinha.