हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) मनोज कुमार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने छह हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार एएसआई मनोज कुमार विष्णुगढ़ थाना में पदस्थापित हैं. कांड संख्या 246-2023 के आरोपी बद्री यादव से मामले को रफा-दफा करने के नाम पर छह हजार रुपये घूस ले रहे थे. बद्री यादव की शिकायत पर एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और जैसे ही मनोज कुमार ने रिश्वत की रकम ली, उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार एएसआई केस नंबर 246-2023 के अनुसंधानकर्ता हैं. मनोज कुमार मामले की जांच के लिए 15 अक्टूबर 2023 को बद्री यादव के घर गए थे. केस को रफा-दफा करने के नाम पर उन्होंने 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. आरोपी बद्री यादव काफी गिड़गिड़ाया, लेकिन अनुसंधानकर्ता ने उसकी एक न सुनी. रुपए देने का दबाव बनाने लगा. बद्री केस को खत्म करने के लिए रुपए देने की स्थिति में नहीं था. इसके बाद बद्री यादव की पत्नी ललिता देवी ने एसीबी प्रमंडलीय कार्यालय में लिखित आवेदन दिया.
एसीबी के एसपी ने किया ट्रैप टीम का गठन
एसीबी प्रमंडलीय कार्यालय हजारीबाग में विष्णुगढ़ थाना के एएसआई मनोज कुमार पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो थाना में कांड संख्या 16-2023 दर्ज किया गया. एसीबी के एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ट्रैप टीम का गठन किया. इसके बाद ट्रैप टीम बनाकर एसीबी ने मनोज कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. बताया गया है कि बद्री की पत्नी की शिकायत पर मामले की जांच की गई.
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ललिता देवी ने एसीबी में की थी लिखित शिकायत
बताया गया है कि विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के हेठली बोदरा गांव की महिला ललिता देवी ने लिखित आवेदन में कहा कि उसके पति के केस को मैनेज करने के लिए एएसआई रिश्वत की मांग कर रहे हैं. एसीबी प्रमंडलीय कार्यालय हजारीबाग ने शिकायत की जांच की. मामला सत्य पाये जाने पर टीम का गठन किया गया. टीम ने शनिवार को छापेमारी कर एएसआई मनोज कुमार को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया.
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