खरिका पुरनाडीह गांव में छह दिसंबर की रात को हाथियों ने जमकर आतंक मचाया. रात में हाथियों का झुंड पुरनाडीह गांव पहुंचा. नकुल साव के खलिहान में रखे करीब 20 बोरा धान को खाकर नष्ट कर दिया. शिवचरण साव और हरि नारायण प्रसाद समेत कई किसानों के खेत में लगी फसल को नष्ट कर दिया. भुक्तभोगी नकुल ने बताया कि धान खेत खलिहान में त्रिपाल से ढककर रखा था. रिमझिम बारिश के कारण धान को घर के अंदर नहीं पहुंचा पाया था. इसी बीच हाथी ने पूरा धान को खाकर चट कर दिया. वापस जाने के क्रम में हाथी ने चापानल के हैंडल को भी क्षतिग्रस्त किया है. इसके बाद हाथी खरिका जंगल की ओर चला गया.
धान की फसल को हाथियों के झुंड ने किया बर्बाद
प्रखंड के चौबे में हाथियों की धमक फिर से सुनाई दी. स्थानीय लोगों के अनुसार 25 से 30 हाथियों का झुंड आतंक मचा रहा है. फसलों को नष्ट कर रहा है. एक तरफ समय पर बारिश नहीं होने से किसान अपने खेतों में पूरी तरह धान की रोपनी नहीं कर पाये थे. किसी तरह पटवन कर धनरोपनी हुई थी. इसके बाद धान की फसल तैयार हो पायी. अब दूसरी ओर हाथियों के आतंक से फसल बर्बाद हो रही है. पूरी तरह तैयार हो जाने के बाद धान की फसल को किसान काटने ही वाले थे कि हाथियों का झुंड पहुंच गया. फसलों को नष्ट कर दिया. इस दौरान अहमद अंसारी पिता शुकर मियां के लगभग एक एकड़ में लगी धान की फसल को बर्बाद कर दिया. युवा नेता महबूब अंसारी ने कहा कि हाथी आने की सूचना हम लोगों ने वन विभाग को दी है लेकिन अभी तक कोई नहीं पहुंचा है. इससे चौबे के ग्रामीणों में भय का माहौल है. अंचलाधिकारी से हम मांग करते हैं कि नुकसान की जांच कर जल्द मुआवजा देने का काम करें.
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