हजारीबाग : चार साल का श्रीयांश उर्फ पपलू सात दिन बाद सोमवार को अपनी मां की गोद में था. हालांकि, वह अब भी काफी सहमा हुआ है. मासूम सा यह बच्चा बार-बार मां से कहता : मां! अब मैं किसी के पास नहीं जाऊंगा, मुझे घर ले चलो. मां भी उसे बार-बार प्यार से पुचकार रही थी. दरअसल, 18 दिसंबर को लोहसिंघना थाना क्षेत्र के ओकनी स्थित साईं मंदिर के समीप से पपलू का अपहरण हो गया था. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही तत्परता दिखाते हुए बच्चे को आठवें दिन कोडरमा से बरामद कर लिया. इसके लिए घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. पुलिस के अनुसार, अपहरणकर्ताओं ने चार लाख रुपये में कोडरमा के इंद्रपुरी मुहल्ला निवासी एक दंपती को यह बच्चा बेच दिया था. पुलिस ने बच्चे को खरीदनेवाले दंपती समेत छह लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
इधर, अगवा हुए इस बच्चे को वापस पाने के बाद उसकी मां पुष्पा देवी और पिता अभिषेक कुमार गुप्ता समेत पूरा परिवार भगवान व पुलिस का शुक्रिया अदा कर रहे हैं. पुष्पा देवी ने बताया कि 18 दिसंबर को वह कुछ सामान खरीदने के लिए बाजार गयी थी. पपलू घर के बाहर खेल रहा था. पपलू ने परिवारवालों को बताया कि दो औरतें उसके पास आयीं और पैसे देकर कहा : चलो बिस्कुट खरीदते हैं. दोनों महिलाओं ने उसे बिस्कुट दिलाया और काफी दूर तक उसे पैदल अपने साथ ले गये. बाद में एक महिला ने पपलू को अपनी गोद में उठाया चली गयी. पुष्पा देवी गुप्ता ने बताया उनके पति अभिषेक कुमार गुप्ता टोटो चलाते हैं. दो महीने पहले ही उनका परिवार ओकनी मुहल्ले में रहने आया था. मुहल्ले में बहुत ज्यादा लोगों से इन लोगों की पहचान नहीं है. मुहल्ले के लोगों ने बताया कि बच्चे को अगवा करनेवाले पहले इसी मुहल्ले में रहते थे. अपहरण की घटना के दो दिन पहले भी इन दोनों महिलाओं को मुहल्ले में देखा गया था. संंभवत: दोनों बच्चे की रेकी करने आयी थीं.
Also Read: कोडरमा विधायक ने 35 हजार गैरमजरूआ भूमि मामले को उठाया सदन में, सरकार से की ये मांग
पुष्पा देवी ने ‘प्रभात खबर’ को बताया कि पपलू को अगवा करने के बाद अपहरणकर्ता नकली मां-बाप बन कर कोडरमा के इंद्रपुरी मुहल्ला निवासी दंपती (गीता देवी और रोहित रविदास) से उसका सौदा करने पहुंचे. दंपती ने पूछा कि आप अपने बच्चे को क्यों बेचना चाहते हैं? इस पर अपहरणकर्ताओं ने बताया वे बच्चे को अनाथ आश्रम से लाये थे, लेकिन अब वे इसे पालना नहीं चाहते हैं. इसके बाद उन्होंने चार लाख रुपये में पपलू का सौदा दंपती से कर दिया. अपहरणकर्ता पहली किस्त के रूप में दंपती से 2.95 लाख रुपये भी ले चुके थे. इस दंपती को संतान नहीं थी, इसलिए वे पपलू अपने बच्चे की तरह रख रहे थे. पपलू ने भी बताया कि वहां जाने के बाद मुझे नयी अंटी ने नये कपड़े पहनाये, कुरकुरे, लेज और दाल-भात भी खिलाया.
Also Read: हजारीबाग : एएसआई मनोज कुमार को एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार
करीना देवी (19, पति-जितेंद्र वर्मा, रामनगर रोड, काली मंदिर, हजारीबाग)
ज्योति रानी (37, पति-कन्हैया कुमार पासवान, न्यू पुनदाग, रांची)
कन्हैया कुमार पासवान (38, पिता-सीताराम पासवान, न्यू पुनदाग, रांची)
नूतन देवी (45, पति-बसंत वर्मा, शिवपुरी, अनवर एकराम गली, लोहसिंघना, हजारीबाग)
गीता देवी (38, पति-रोहित रविदास, इंद्रपुरी मुहल्ला, तिलैया, कोडरमा)
रोहित रविदास (42, पिता-कैलाश रविदास, इंद्रपुरी मुहल्ला, तिलैया, कोडरमा)