हजारीबाग में बच्चा चोर समझ नियोजन पदाधिकारी और उनके पति के साथ हुई मारपीट, 100 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज
बच्चा चोर समझकर जिला नियोजन पदाधिकारी ज्योत्सना दास एवं उसके पति के साथ मारपीट करने वाले ग्रामीणों के विरुद्ध बड़कागांव थाना में मामला दर्ज किया गया. थाना प्रभारी विनोद कुमार तिर्की ने बताया कि जिला नियोजन पदाधिकारी ज्योत्सना दास के बयान पर 100 अज्ञात ग्रामीणों पर मामला दर्ज की गई है.
Hazaribagh News: बच्चा चोर समझकर जिला नियोजन पदाधिकारी ज्योत्सना दास एवं उसके पति के साथ मारपीट करने वाले ग्रामीणों के विरुद्ध बड़कागांव थाना में मामला दर्ज किया गया. थाना प्रभारी विनोद कुमार तिर्की ने बताया कि जिला नियोजन पदाधिकारी ज्योत्सना दास के बयान पर 100 अज्ञात ग्रामीणों पर मामला दर्ज की गई है.
पुलिस कर रही छानबीन
पुलिस इस मामले को लेकर गहन छानबीन कर रही है. साथ ही कार्रवाई की जा रही है. इसका कांड संख्या 238/ 22 भादवी 18 60 एवं धारा 147 ,148, 149 ,341 ,342, 323 ,307 ,353 ,354 ,427 है. जिला नियोजन पदाधिकारी ज्योत्सना दास ने आवेदन में लिखा है कि वह अपने पति के साथ त्रिवेणी सैनिक सरकारी काम हेतु गई थी. त्रिवेणी सैनिक गेट के पास चतरा के नियोजन पदाधिकारी आने का इंतजार कर रही थी. उसी दौरान ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर मारपीट की. उन्होंने आवेदन में यह भी बताया कि मैं और मेरे पति द्वारा ग्रामीणों को समझाया जा रहा था कि मैं जिला नियोजन पदाधिकारी हूं. परिचय देकर ग्रामीणों को समझा रहे थे. परंतु उन्होंने नहीं सुनी और मारपीट करना शुरू कर दिया. उन्होंने मेरी कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. डीएसपी अमित सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी जितेंद्र कुमार पांडेय, थाना प्रभारी विनोद कुमार तिर्की आने पर हमे बचाया गया.
सरकारी काम के लिए पहुंचे थे पदाधिकारी
हजारीबाग नियोजन पदाधिकारी ज्योत्सना दास एवं उनके पति विजय कुमार दास को बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी. घटना बड़कागांव थाना क्षेत्र के लंगातू गांव स्थित एनटीपीसी त्रिवेणी सैनिक माइनिंग के साइड कार्यालय के समक्ष की है, जहां नियोजन पदाधिकारी द्वारा अपना वैगनार चार पहिया वाहन संख्या जेएच 01 एएन 0902 खड़ा कर चतरा जिला के नियोजन पदाधिकारी मनु कुमार का आने का इंतजार कर रही थी. इसी बीच कुछ ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझ कर दोनों पति-पत्नी को जमकर पिटाई कर दी.
मेरे बच्चे को छीना जा रहा था
ग्रामीण महिला मिस्रोल निवासी रतन भुईया की पत्नी सुषमा देवी ने बताया कि मैं अपने ससुराल से मायके लंगातू आ रही थी. इस बीच त्रिवेणी सैनिक कंपनी के गेट के निकट गाड़ी में सवार उक्त दोनों लोगों ने मेरे गोद में 5 माह की बच्ची को गाड़ी रोक कर छिनने लगे और मुझे गाड़ी में बैठाने का प्रयास करने लगे. तब मैं शोर करने लेगी. जिसे सुनकर ग्रामीण पहुंचे और उक्त दोनों लोगों से पूछताछ करने लगे. पूछताछ करने के दौरान कुछ भी बताने से इनकार किया जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा मारपीट की गई.
रिपोर्ट: संजय सागर