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हजारीबाग लौटे कोलकाता के कारपेंटर, मुंबई में आयुर्वेदिक दवा का विज्ञापन एजेंट और 6 टाइल्स मिस्त्री कोरोना पॉजिटिव

Coronavirus hazaribag: 14 मई को हजारीबाग में 8 कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive Cases) मामला आने के बाद जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 18 हो गयी है. सरकारी आंकड़ों में हजारीबाग में 18 करोना पॉजिटिव आंकड़ा मामले हैं, लेकिन इनमें एक मरीज चतरा (Chatra)जिले के पत्थलगड़ा थाना क्षेत्र के हजारीबाग (hazaribag) चतरा बॉर्डर स्थित जेहरा गांव का रहने वाला है. संक्रमितों में मुंबई में आयुर्वेद दवा का विज्ञापन करने वाला और कोलकाता में कारपेंटर काम करने वाला व्यक्ति शामिल है. हजारीबाग में संक्रमण के अधिकांश मामले प्रवासियों (migrant labours) से जुड़े हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2020 9:23 AM

14 मई को हजारीबाग में 8 कोरोना पॉजिटिव मामला आने के बाद जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 18 हो गयी है. सरकारी आंकड़ों में हजारीबाग में 18 करोना पॉजिटिव आंकड़ा मामले हैं, लेकिन इनमें एक मरीज चतरा जिले के पत्थलगड़ा थाना क्षेत्र के हजारीबाग चतरा बॉर्डर स्थित जेहरा गांव का रहने वाला है. संक्रमितों में मुंबई में आयुर्वेद दवा का विज्ञापन करने वाला और कोलकाता में कारपेंटर काम करने वाला व्यक्ति शामिल है. हजारीबाग में संक्रमण के अधिकांश मामले प्रवासियों से जुड़े हैं. 18 संक्रमित मामलों में आसनसोल से एक, कोलकाता से एक और मुंबई से लौटे दस लोग शामिल हैं. इनमें से अभी तक 3 लोग इलाज के बाद स्वस्थ होकर अपने घर चले गए है. 15 लोगों का इलाज हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो रहा है.

मुंबई में विज्ञापन एंजेट का काम करना वाला निकला पॉजिटिव

हजारीबाग-चतरा जिले के बॉर्डर स्थित जेहरा गांव का रहने वाला 30 वर्षीय संक्रमित युवक पिछले 2 साल से मुंबई में अपने परिवार के साथ रहता है. वहां पर आयुर्वेद कंपनी के दवा का विज्ञापन का काम करता है. सात मई को वह अपनी कार से पत्नी, तीन बच्चों, ड्राइवर और एक साथी के साथ हजारीबाग के लिए चला. 11 मई को हजारीबाग पहुंचा. यहां सभी की जांच करने के बाद बड़कागांव स्थित क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया. जहां पर सभी लोग रह रहे हैं. संक्रमित व्यक्ति ने बताया कि उसका ड्राइवर और साथी टाटीझरिया गांव का रहने वाले हैं. मुंबई से आकर हजारीबाग में जांच कराने के बाद बड़कागांव क्वारेंटाइन सेंटर आ गये. लॉकडाउन के दौरान मुंबई में भी कहीं घूमते नहीं थे. हमारा स्वास्थ्य भी पूरी तरह ठीक है. सर्दी खासी बुखार भी नहीं हुआ था.

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कोलकाता से लौटा कारपेंटर निकला कोरोना पॉजिटिव

हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड अंतर्गत कोलुआ गांव झापा पंचायत का रहने वाला 38 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया. वह युवक कोलकाता में महात्मा गांधी चौक महजादी सदन के पास रहता था. लॉकडाउन के दौरान वह अपने कमरे में ही रहता था. सिर्फ सब्जी वगैरह लेने के लिए बाहर निकलता था. झारखंड सरकार द्वारा भेजे गए बस से वह कोलकाता से धनबाद आया था. 10 मई को वह धनबाद में उतरा था. वहां से फिर हजारीबाग से भेजे गए बस से धनबाद से हजारीबाग आया था. बस में लगभग 40 लोग थे. एक सीट पर 2 लोग बैठे थे. संक्रमित व्यक्ति ने बताया कि संत कोलंबा कॉलेज हजारीबाग में जांच के बाद अपने गांव नहीं गया. उसे चौपारण बड़कागांव स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में ही रखा गया. उसने बताया कि उसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे. वह पूरी तरह स्वस्थ था.

मुंबई में टाइल्स मिस्त्री का काम करने वाले पाये गये कोरोना पॉजिटिव

हजारीबाग में 6 कोरोना पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई. सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने इसकी पुष्टि की. बताया गया कि सभी संक्रमित मुंबई से हजारीबाग आये थे. जिन्हें बरही स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है. सभी संक्रमित व्यक्ति बरकट्ठा प्रखंड के कपका पंचायत के रहने वाले हैं. संक्रमित व्यक्ति ने बताया कि मुंबई से से 25 लोग दो लाख रूपये में बस रिजर्व करके आये थे. मुंबई से झारखंड आए 14 लोग हजारीबाग जिले के कपका पंचायत के हैं. 9 लोग गिरिडीह जिले के मुंडेरा गांव के हैं. 8 मई को सुबह 3:00 बजे मुंबई से बस हजारीबाग के बरकट्ठा मुख्यालय पंहुची. इसके बाद कपका पंचायत के मुखिया को जानकारी दी गयी. इसके बाद मुखिया ने बीडियो और थाना प्रभारी को जानकारी दी. बरकट्ठा मुख्यालय में सुबह से 12:00 बजे दिन तक सभी लोग जांच के इंतजार में रहे. इसके बाद एक बस में इन सभी लोगों को बरही ले जाया गया. जहां स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें बरही स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया. मुंबई से आए लोगों ने बताया कि हम सभी लोग मुंबई में टाइल्स मिस्त्री का काम करते हैं. मुंबई मे टाइम कोलीवाड़ा में कमरा लेकर रहते है. 23 मार्च से अपने कमरे में ही रह रहे थे. 6 मई को बस बुक कर मुंबई से चले थे. इस दौरान नागपुर और रांची में नाश्ता करने के लिए रुके थे. हम लोग बरकट्ठा में अपने गांव नहीं गए है. परिजनों से भी नहीं मिले हैं.

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