Jharkhand news: 34 वर्ष से भाड़े के मकान में चल रहा हजारीबाग जिले का मुफ्फसिल थाना 26 जनवरी, 2022 को लाखे पंचायत भवन में शिफ्ट हो गया. भाड़े के भवन में करोड़ों रुपये के जब्त ट्रक, ट्रेक्टर, कार, पिकअप वैन, मोटरसाइकिल, मालखाना में जब्त लाखों रुपये, बंदूक, पिस्तौल, कट्टा, पिस्टल, हजारों लीटर जब्त देसी- विदेशी शराब समेत अन्य जब्ती सामग्री रखी हुई है. अब यह जब्त सामानों की देखरेख में परेशानी बढ़ेगी. जब्त सामानों को किसी तरह की क्षति हुई, तो इसका जिमेवार कौन होगा. इस पर चर्चा होने लगा है.
लाखे पंचायत भवन में मुफ्फसिल थाना संचालित करने में पुलिस को परेशानी बढ़ेगी. यहां ना तो संतरी के लिए मोर्चा और ना ही बैरक, ना ही पुलिस कर्मियों के लिए रसोई, ना ही मालखाना, ना ही वायरलेस का टावर है. ऐसे में मुफ्फसिल थाना संचालित करने में पुलिस कर्मियों को परेशानी बढ़ेगी.
मुफ्फसिल थाना भवन निर्माण के लिए फोरलेन बायपास स्थित चानो में तीन एकड़ जमीन चयन किया गया है. जमीन चयन प्रक्रिया 6 माह पहले ही पूरी हो गयी है. लेकिन, जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण पुलिस मुख्यालय को प्रस्ताव तक नहीं भेजी गई है.
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मुफ्फसिल थाना के लाखे पंचायत भवन में शिफ्ट करने के कारण थाना क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ गई है. इस थाना क्षेत्र की दूरी देखी जाये, तो करीब 30 किलोमीटर है. ऐसे में जरूरतमंद लोगों की परेशानी बढ़ गई है. मुफ्फसिल थाना का कार्यक्षेत्र मेरु से चरही घाटी तक है. लोगों को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए काफी दूरी तय करनी होगी. वहीं, थाना की दूरी बढ़ने से असामाजिक तत्वों की गतिविधि बढ़ेगी. एनएच 33 रांची-हजारीबाग पथ पर 20 किमी की दूरी पर कोई थाना नहीं है.
रिपोर्ट : शंकर प्रसाद, हजारीबाग.