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Dhanbad News: हाजरा क्लिनिक में लगी भीषण आग, दम घुटने से डॉ विकास, पत्नी प्रेमा हाजरा समेत 5 की मौत

रात करीब दो बजे डॉ आरसी हाजरा क्लिनिक एंड नर्सिंग होम स्थित डॉ विकास हाजरा के आवासीय परिसर के नीचे गोदाम में आग लगी. गोदाम के ठीक ऊपर डॉ विकास हाजरा अपनी पत्नी सहित परिवार के साथ रहते थे. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के अनुसार आग शॉट सर्किट से लगी.

धनबाद के पुराना बाजार टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित डॉ आरसी हाजरा क्लिनिक एंड नर्सिंग हाेम में भीषण आग लगने की वजह से डॉ विकास हाजरा, उनकी पत्नी सहित पांच लोगों की मौत हो गयी. आग हाजरा क्लिनिक स्थित डॉ विकास हाजरा के आवासीय परिसर स्थित गोदाम में लगी. देखते ही देखते धुआं पूरे घर में फैल गया. वहीं घर में सोये डॉ विकास हाजरा (62) उनकी पत्नी डॉ प्रेमा हाजरा (56), कोलकाता से आये भांजा सोहम खमारू (30), गांव से आये रिश्तेदार शंभु सिंघों (32) व घर में मेड का काम करने वाली तारा मंडल (70) की मौत हो गयी. वहीं गांव से आये एक अन्य रिश्तेदार सुनील मंडल को गंभीर स्थिति में जोड़ाफाटक रोड स्थित पाटलीपुत्र नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. सुनील को फिलहाल वेंटिलेटर पर रखा गया है.

  • मरने वालों में एक डॉ विकास हाजरा का भांजा है

  • गांव के रिश्तेदार और घर में काम करने वाली दाई भी मरने वालों में शामिल

  • ममेरे भाई की हालत गंभीर, पाटलीपुत्र नर्सिंग होम में चल रहा इलाज

  • शॉट सर्किट से आग लगने का अनुमान

कैसे हुई घटना

धनबाद में शुक्रवार की रात करीब दो बजे डॉ आरसी हाजरा क्लिनिक एंड नर्सिंग होम स्थित डॉ विकास हाजरा के आवासीय परिसर के नीचे गोदाम में आग लगी. गोदाम के ठीक ऊपर डॉ विकास हाजरा अपनी पत्नी सहित परिवार के साथ रहते थे. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के अनुसार आग शॉट सर्किट से लगी. इससे गोदाम में रखा सामान जलने लगा. धुआं पूरे घर में फैल गया. धीरे-धीरे आग आगे बढ़ने लगी.

सुरक्षा गार्ड ने किया आग बुझाने का प्रयास

आग की लपटें खिड़कियों से बाहर निकलता देख सुरक्षा में तैनात गार्ड पहले तो आग बुझाने का प्रयास किया. लेकिन धुआं ज्यादा होने के कारण वे घर के ऊपरी हिस्से में नहीं घुस पाये. इसके बाद फायर ब्रिगेड को आग लगने की सूचना दी गयी. मौके पर पहुंचे अग्निशमन विभाग के अधिकारी खिड़की की शीशा तोड़ कर अंदर घुसे, तबतक दम घुटने की वजह से डॉक्टर दंपत्ती सहित पांच लोगों की मौत हो गयी थी.

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सरस्वती पूजा मनाने कोलकाता से आया था भांजा सोहम

डॉ विकास हाजरा के यहां हर साल धूमधाम से सरस्वती पूजा हाेती है. सरस्वती पूजा को लेकर डॉ विकास हाजरा का भांजा सोहम खमारू 25 जनवरी को कोलकाता से धनबाद पहुंचा था. वहीं डॉ विकास हाजरा के ममेरे भाई पश्चिम बंगाल के वर्द्धमान जिले के लकुंडा निवासी सुनील मंडल व रिश्तेदार शंभू सिघों भी सरस्वती पूजा मनाने के लिए धनबाद आये थे.

डॉ विकास के पालतू कुत्ते की भी हुई मौत

जब आग लगी, तब डॉ विकास हाजरा, उनकी पत्नी डॉ प्रेरणा हाजरा एक कमरे में सोए हुए थे. उनके साथ ही कमरे में उनका पालतु कुत्ता भी था. घटना में उस कुत्ते की भी मौत हो गयी.

हाजरा क्लिनिक के पास नहीं था फायर एनओसी

हाजरा क्लिनिक के पास फायर एनओसी नहीं था. जबकि अस्पताल पिछले कई दशक से संचालित हो रहा है. कुछ साल पहले धनबाद में पदस्थापित अग्नि शमन पदाधिकारी ने फायर एनओसी लेने की बात कही थी, लेकिन उसके बाद भी वहां फायर एनओसी नहीं लिया गया.

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शहर के कई अस्पतालों में नहीं है आग बुझाने की समुचित व्यवस्था

धनबाद शहर के कई अस्पतालों में आग बुझाने की समुचित व्यवस्था नहीं है. जानकारी के मुताबिक शहर के अन्य कई अस्पतालों की स्थिति कुछ ऐसी है कि मरीजों का जीवन बचाने वाले अस्पताल खतरनाक हैं. आज जैसी घटना हुई, उसकी पुनरावृत्ति से इनकार नहीं किया जा सकता है. कई अस्पताल ऐसी जगह हैं, यदि वहां आग लग जाये तो दमकल तक नहीं पहुंच सकता है. इतना ही नहीं अस्पतालों में धुआं निकलने तक की व्यवस्था नहीं है. अगर अस्पताल में शॉर्टसर्किट या अन्य किसी कारणों से आग लगी तो उसे बुझा पाना लगभग नामुमकिन है. इसलिए हमें आज की घटना से सीख लेते हुए चेतने की जरूरत है.

तीन घंटे तक एसएनएमएमसीएच में पड़ा रहा शव

आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम और बैंक मोड़ पुलिस मौके पर पहुंची और पांचों लोगों के शव को सुबह पांच बजे के आसपास निकाला गया. पुलिस जल्दी से सभी शवों को एसएनएमएमसीएच भेज दिया. यहां डॉ विकास हाजरा और प्रेरणा हाजरा के शव को इमरजेंसी में रखा गया, जबकि अन्य तीनों को फ्रिजर में रख दिया गया.

तीन घंटे तक सुनसान पड़ा था अस्पताल

लगभग तीन घंटे तक अस्पताल सुनसान पड़ा था. इस बीच बैंक मोड़ के दो पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे, लेकिन उन्हें कोई गवाह नहीं मिला और लोगों का इंतजार कर रहे थे. देखते देखते साढ़े आठ बज गये. उसके बाद उनके परिचित और जानने पहचानने वाले लोगों की भीड़ अस्पताल पहुंचने लगी. इसके बाद देखते देखते इमरजेंसी में सैकड़ों लोग पहुंच गये.

अस्पताल में नहीं रेसिडेंसियल में हुई घटना : सिविल सर्जन

जानकारी मिलने के बाद घटना स्थल पर पहुंचे सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने बताया : आग लगी की घटना रात 1:30 से 2:00 बजे के बीच है. दम घुटने से पांच लोगों की मौत हुई है. संभव है गोदाम में शॉर्ट सर्किट से आग लगी है. फायर उपकरण भी है, लेकिन उसका उपयोग नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि क्लिनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत अस्पताल रजिस्टर्ड है.

आवासीय इलाके में हुई घटना, मरीजों को कोई नुकसान नहीं

सिविल सर्जन ने कहा कि मरीज और रेसिडेंस दोनों अलग-अलग हैं. आवासीय इलाके में घटना हुई है. मरीजों को किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई. अंतिम बार अस्पताल का कब निरीक्षण कब किया गया है, इस सवाल पर सिविल सर्जन ने कहा कि यह कागज देखने के बाद ही पता चलेगा कि अंतिम सर्वे कब किया गया.

डॉ प्रेमा ने रात 12 बजे करायी थी एक डिलीवरी

मौत के दो घंटे पहले डॉ प्रेमा हाजरा ने नर्सिंग होम में भर्ती एक महिला का प्रसव कराया था. महिला गांधी रोड की रहने वाली है. शुक्रवार की रात उसे पुत्र हुआ. डिलीवरी के दौरान ओटी में मौजूद नर्सों ने बताया कि डॉ प्रेरणा हाजरा ने सुबह मिठाई मंगवाकर मुंह मीठा कराने की बात प्रसूता से कहा था.

घटना के वक्ता रीता हाजरा कर रहीं थीं पूजा

डॉ आरसी हाजरा क्लिनिक एंड नर्सिंग हाेम में जब आग लगी, तब डॉ विकास हाजरा की बहन डॉ रीता हाजरा पूजा कर रहीं थी. नर्सिंग होम की एक नर्स ने आग लगने की सूचना डॉ रीता हाजरा को दी. इसके बाद डॉ रीता हाजरा ने सबसे पहले नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों को निकालने को कहा. नर्सिंग होम के सभी स्टाफ वार्ड में भर्ती मरीजों को निकालने में जुट गये. मरीजों को वार्ड से निकाल डॉ विकास हाजरा, प्रेरणा हाजरा के चेंबर में शिफ्ट कर दिया. अगलगी की घटना के वक्त 17 मरीज भर्ती थे.

पुलिस ने भी संभाला मोर्चा

आग लगी की घटना के बाद पुलिस पहुंची. बैंक मोड़ थाना प्रभारी पीके सिंह दल बल के साथ मौजूद थे. वहां पहुंचने के बाद पुलिस फायर ब्रिगेड टीम का सहयोग दिया. एक तरफ से आग बुझायी जा रही थी, तो दूसरी तरफ पुलिस लोगों को बचाने के प्रयास में लगी थी. पुलिस अंदर रखे सामान और सिलेंडर को बाहर निकाल रही थी.

अन्य राज्यों से भी हाजरा हॉस्पिटल आते हैं नि:संतान दंपती

आरसी हाजरा मेमोरियल हॉस्पिटल किसी पहचान की मोहताज नहीं है. यह न सिर्फ बिहार-झारखंड, बल्कि अन्य राज्यों से भी नि:संतान दंपत्ती आशा की किरण लेकर आते हैं. 1960 के दशक में जब धनबाद में कायदे की चिकित्सकीय सुविधा नहीं थी. तब पश्चिम बंगाल के चिकित्सक डॉ सीसी हाजरा ने 10 बेड वाले एक अस्पताल खोला. अब यह 250 बेड वाला हो गया है.

9 बजे रात तक हुआ था हवन

सरस्वती पूजा के समापन के पश्चात डॉ विकास हाजरा के घर में शुक्रवार की शाम हवन पूर्णहूति का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. शुक्रवार शाम लगभग 6 बजे हवन का कार्यक्रम शुरू हुआ. वही रात 9 बजे तक कार्यक्रम चला. सभी के बीच प्रसाद वितरण किया गया. इसके बाद डॉ विकास हाजरा, डॉ प्रेमा हाजरा अपने कमरे की ओर चले गए. रात 11.30 बजे के करीब डॉ प्रेमा हाजरा मरीजों को देखने वापस नींचे उतरी थी. एक मरीज की डिलीवरी कराकर वो अपने कमरे में वापस लौट गई थी.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट करके इस हृदयविदारक हादसे पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि धनबाद स्थित हाजरा मेमोरियल अस्पताल में देर रात लगी आग से प्रसिद्ध डॉक्टर दंपती डॉ विकास और डॉ प्रेमा हाजरा समेत कुल 5 लोगों की मृत्यु की खबर से मन व्यथित है. परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे.

बन्ना गुप्ता ने डिसी को दिया कार्रवाई का निर्देश

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने धनबाद के उपायुक्त को कार्रवाई का निर्देश दिया है. बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर कहा है कि धनबाद के उपायुक्त मामले में संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्यवाई करें. घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था हो. चिकित्सकों समेत अन्य मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.

सांसद बोले – हृदय को व्यथित करने वाली घटना

सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि यह हृदय को व्यथित करने वाली घटना है. मैं परिवार को व्यक्तिगत तौर पर जानता था. घटना की सूचना मिलने के बाद मैं खुद को यहां आने रोक नहीं सका. ईश्वर परिवार के अन्य सदस्यों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे.

पूर्व मेयर ने संवेदना व्यक्त की

पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि यह बेहद हृदय विदारक घटना है. यह धनबाद के लिए अपूरणीय क्षति है. इसकी जल्द भरपाई नहीं की जा सकती है. मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.

कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष सिंह बोले- पूरा धनबाद शोक में डूबा

कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि यह घटना स्तब्ध करने वाली है. जिसने सुना सन्न है. हाजरा परिवार का धनबाद में स्वास्थ्य सेवा की विकास में में बड़ा योगदान. पूरा धनबाद इस वक्त शोक में डूबा हुआ है.

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