HBTU के कुलपति ने किया बड़ा बदलाव, अगर एक पेपर में की नकल तो सभी में मिलेंगे जीरो नंबर
एचबीटीयू में नकल रोकने के लिए कुलपति ने नया आदेश जारी किया है. अब अगर छात्रों ने एक पेपर में भी नकल की तो उन्हें सभी पेपर में शून्य अंक दिया जाएगा.
Kanpur: हरकोर्ट बटलर प्राविधिक संस्थान (HBTU) में अब एक पेपर में नकल करते पकड़े गए तो सभी विषयों में जीरो अंक हो जाएंगे. छात्र को दोबारा पूरे सेमेस्टर की परीक्षा देनी होगी. विवि ने नकल रोकने के लिए सख्त नियम बनाने के साथ छात्रों को बेहतरीन प्लेसमेंट दिलाने के लिए कैरीओवर और सप्लीमेंटरी परीक्षा में बदलाव किया है. इस नए बदलाव से नकल रुकेगी. वहीं, छात्रों को बेहतर प्लेसमेंट मिलेगा, क्योंकि कंपनियां प्लेसमेंट में सिर्फ उन्हीं छात्रों को प्राथमिकता देती हैं, जिनका अंतिम वर्ष में एक भी बैक न हो.
कई पुराने नियमों में हुआ बदलाव
एचबीटीयू के कुलपति प्रो. समशेर ने छात्र हित में कई पुराने नियमों में बदलाव किया है. कुलपति ने बताया कि परीक्षा के दौरान नकल करते छात्रों को सभी विषयों में शून्य देने का नियम लागू कर दिया है. परीक्षा कक्ष में ऑडियो रिकार्डिंग वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसी तरह, बीटेक में प्रवेश को 12वीं के अंकों की न्यूनतम योग्यता कम कर दी है. अभी तक 60 फीसदी अंक वालों को दाखिला मिलता था पर अब 55 फीसदी अंक वाले भी योग्य होंगे. इस नियम को नए सत्र से लागू कर दिया गया है.
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नई कक्षा में पहुंचेंगे छात्र
प्रो. समशेर ने बताया कि कुछ विषयों में फेल छात्रों को अंतिम साल में कैरीओवर देने का मौका मिलता था. छात्रहित में स्पेशल कैरीओवर की व्यवस्था की गई है. अब हर साल छात्र कैरीओवर देकर परीक्षा पास कर सकेंगे.
पीएचडी की कम हुई फीस
प्रो. समशेर ने छात्रहित में पीएचडी की फीस भी कम कर दी है. अब पहले साल 65 हजार और बाकी हर साल 10 हजार शुल्क देना होगा.
विवि में शुरू होगा बीटेक आर्किटेक्चर
प्रो. समशेर ने बताया कि विवि में अगले सत्र से बीटेक आर्किटेक्चर और फार्मेसी विभाग शुरू करने की तैयारी है. विवि में पूरी दुनिया से छात्र पढ़ाई करने आ सकेंगे. विवि ने उप्र संग पांच फीसदी दूसरे प्रदेशों और पांच फीसदी सीटें सुपरन्यूमेररी के तहत विदेशी छात्र-छात्राओं के लिए आरक्षित कर दिया है. सत्र में नेपाल, बांग्लादेश, अफ्रीका, श्रीलंका से आवेदन आ रहे हैं.
विवि में शुरू होगा बीटेक आर्किटेक्चर प्रो. समशेर ने बताया कि विवि में अगले सत्र से बीटेक आर्किटेक्चर और फार्मेसी विभाग शुरू करने की तैयारी है. विवि में पूरी दुनिया से छात्र पढ़ाई करने आ सकेंगे. विवि ने उप्र संग पांच फीसदी दूसरे प्रदेशों और पांच फीसदी सीटें सुपरन्यूमेररी के तहत विदेशी छात्र-छात्राओं के लिए आरक्षित कर दिया है. सत्र में नेपाल, बांग्लादेश, अफ्रीका, श्रीलंका से आवेदन आ रहे हैं.