देश में कोरोना की दस्तक से धनबाद का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, फिर शुरू होगा कोविड सैंपल कलेक्शन

देश में कोरोना की दस्तक के बाद धनबाद का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. इसे लेकर एक बार फिर धनबाद स्टेशन, बस स्टैंड व बॉर्डर के इलाकों में स्वाब सैंपल कलेक्शन जल्द शुरू होगा. वहीं सीएचसी में भेजे गए ट्रूनेट मशीन से काेविड जांच शुरू हो जायेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 22, 2022 9:36 AM

Dhanbad News: चीन में बढ़ रहे कोविड को देखते हुए भारत सरकार ने अलर्ट जारी किया है. इसके बाद जिले के आइडीएसपी ने कोविड की रोकथाम के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. इसको लेकर गुरुवार को बैठक भी होगी. धनबाद स्टेशन, बस स्टैंड व बॉर्डर के इलाकों में स्वाब सैंपल कलेक्शन जल्द शुरू होगा. वहीं सीएचसी में भेजे गए ट्रूनेट मशीन से काेविड जांच शुरू हो जायेगी. अगर कोई कोविड पॉजिटिव मिलता है, तो उसे कैथ लैब भवन में रखा जाएगा.

कैथ लैब में हैं 255 बेड

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के कैथ लैब भवन में 255 बेड हैं. इसमें कोविड के मरीजों का रखकर इलाज किया जायेगा. इसे लेकर बुधवार को आइडीएसपी के नोडल पदाधिकारी डॉ राजकुमार सिंह ने हर एक बिंदु को ध्यान में रखकर तैयारी शुरू कर दी है.

Also Read: Jharkhand News: रांची में आज कहां-कहां मिलेगी कोरोना वैक्सीन की खुराक, यहां देखें पूरी लिस्ट
दवाएं मंगवायी जाएगी

कोविड पॉजिटिव मरीजों के लिए दवाओं का स्टॉक देखा जा रहा है, जरूरी दवाएं मंगायी जायेगी. साथ ही सदर अस्पताल को स्टैंड बाई के रूप में उपयोग करने की तैयारी है. कैथ लैब फुल होने पर पीजी ब्लॉक का उपयोग होगा. इसके बाद सदर अस्पताल का उपयोग होगा.

आरटीपीसीआर से मैनुअल जांच हो रही

मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच की व्यवस्था है. अभी रोजाना 20 से 35 सैंपल की जांच की जा रही है. किट के अभाव में व सैंपल कम आने के कारण मैनुअल जांच हो रही है. आरएनए एक्ट्रेशन मशीन महीनों से बंद पड़ा है. यह काम करेगा या नहीं यह भी जानकारी नहीं है.

सदर अस्पताल में डेंटल चेयर चालू, दिक्कत हो तो नोडल को दें सूचना

धनबाद सदर अस्पताल में डेंटल चेयर चालू रहने के बाद भी डॉक्टरों द्वारा मरीजों को वापस लौटा दिया जा रहा है. ऐसी ही एक सूचना प्रभात खबर के पास आयी है. निलांचल कॉलोनी के रहने वाले अधिवक्ता संतोष कुमार ने बताया कि वह कई दिनों से सदर अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं. डॉ अनुपमा बताती हैं कि हाई वोल्टेज होने के कारण डेंटल चेयर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. यहां आने वाले मरीजों को सिर्फ दवा लिख कर भेज दिया जाता है. कहा जा रहा है कि वोल्टेज हाई होने के कारण दांत की सफाई जैसे कार्य नहीं हो रहे है. इसपर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी डॉ राजकुमार सिंह ने बताया कि हाई वोल्टेज की दिक्कत से निबटने के लिए स्टोपलाइजर मंगवाया जा रहा है. लेकिन डेंटल चेयर काम कर रहा है. अगर डॉक्टर संबंधित इलाज नहीं करते है, तो इसकी जानकारी दे. इसका समाधान निकाला जायेगा.

Next Article

Exit mobile version