Jharkhand News : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा के कुम्हारटोली में रोरो नदी किनारे करीब 3 माह पहले 28 लाख रुपये से बने दो स्नान घाट बारिश में बहने के मामले को उपायुक्त अनन्य मित्तल ने गंभीरता से लिया है. इसकी जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की है. हफ्तेभर में इनसे रिपोर्ट मांगी गयी है. इस दौरान नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को जांच में आवश्यक सहयोग करने का निर्देश दिया है. गौरतलब हो कि जिला बीस सूत्री सदस्य सह कांग्रेस नेता त्रिशानु राय ने इस संबंध में उपायुक्त अनन्य मित्तल से उच्च स्तरीय जांच करवाने का मांग की थी.
चाईबासा के कुम्हारटोली में रोरो नदी किनारे करीब 3 माह पहले 28 लाख रुपये से बने दो स्नान घाट बारिश में बह गया है. उपायुक्त अनन्य मित्तल ने स्नान घाट बहने के मामले को काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने सदर अनुमंडल पदाधिकारी व एनआरइपी के कार्यपालक अभियंता को एक सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट मांगी है. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को जांच में आवश्यक सहयोग करने का निर्देश दिया है. नगर परिषद से बने स्नान घाट के कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहा है.
गौरतलब हो कि जिला बीस सूत्री सदस्य सह कांग्रेस नेता त्रिशानु राय ने इस संबंध में उपायुक्त अनन्य मित्तल से उच्च स्तरीय जांच करवाने का मांग की थी. सूत्रों के अनुसार, उक्त योजना का कार्य एक वार्ड पार्षद की कंस्ट्रक्शन कंपनी को आवंटित हुआ था. वहीं संबंधित वार्ड के पार्षद ने एनओसी दिया था. सूत्रों की माने तो रोरो नदी किनारे 28 लाख रुपये की लागत से दो और स्नान घाट निर्माण कराया जाना है.
Posted By : Guru Swarup Mishra