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कलिम्पोंग के पास रेलवे टनल में भू-स्खलन, झारखंड के 2 श्रमिकों की मौत, 5 मजदूर घायल

उत्तर बंगाल के कलिम्पोंग के पास रेलवे टनल में भू-स्खलन, झारखंड के 2 श्रमिकों की मौत, 5 मजदूर घायल

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2021 8:32 PM

सिलीगुड़ी (जितेंद्र पांडेय): पश्चिम बंगाल में जारी बारिश के दौरान कलिम्पोंग से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित भालूखोला में हुए भू-स्खलन में एक रेल परियोजना में काम कर रहे 2 श्रमिकों की मौत हो गयी. 5 श्रमिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि मृतक दोनों मजदूर झारखंड के रहने वाले थे. सभी श्रमिक झारखंड और बिहार के रहने वाले थे. बंगाल को सिक्किम से जोड़ने वाली परियोजना में काम के दौरान गुरुवार की रात करीब 10:30 बजे उत्तर बंगाल में यह हादसा हुआ.

पिछले कुछ दिनों से सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल की पहाड़ियों पर लगातार बारिश हो रही है. मानसून के दौरान हो रही बारिश में भी इस परियोजना पर जोर-शोर से काम चल रहा था. इसी दौरान गुरुवार रात रंगपा और मल्ली के बीच टनल नंबर 10 में कुछ मजदूर काम कर रहे थे. तभी अचानक भू-स्खलन हो गया. 7 लोग मलबा में दब गये.

घटना के बाद तत्काल राहत कार्य शुरू किया गया. एक बड़ी चट्टान के नीचे दबने से दो श्रमिकों की मौत हो गयी, जबकि 5 लोगों को बचा लिया गया. इनकी हालत गंभीर बतायी जा रही है. घायलों को इलाज के लिए सिलीगुड़ी लाया गया है. फिलहाल अब काम बंद है. रेलवे ने घटना पर खेद जताया है.

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कलिम्पोंग के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि लगातार बारिश के कारण सुरंग का जो हिस्सा भालूखोला की तरफ था, वह ढह गया. इससे दो लोगों की मौत हो गयी और पांच लोग घायल हो गये. सुरंग में फंसे सभी 7 लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया.

घायलों में दो को सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनबीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है और अन्य तीन को मामूली चोट आयी थी, उनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान झारखंड के साइकू मुर्मू और नरेश सोरेन के तौर पर हुई है.

झारखंड, बंगाल के 5 श्रमिक घायल

वहीं, झारखंड के सुफल हेम्ब्रम, सुकेश्वर सिंह, ठाकुर दास, अशोक सिंह और बिहार के छपरा जिला के कुंदन सिंह हादसे में घायल हो गये. सुफल हेम्ब्रम और ठाकुर दास को एनबीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. पश्चिम बंगाल के सेवक से सिक्किम में रंगपो तक नयी रेलवे लाइन हिमालयी राज्य को देश के रेलवे नेटवर्क से जोड़ेगी.

दूसरी ओर, राज्य के पूर्व मंत्री व सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन गौतम देव ने घटना पर खेद जताते हुए कहा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेल मंत्री रहने के दौरान इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी थी. श्री देव ने इस प्रोजेक्ट को महत्वाकांक्षी परियोजना बताते हुए कहा कि इसके पूरा होने से बंगाल व सिक्किम समेत पूरे देश को लाभ होगा.

श्री देव ने टनल निर्माण के दौरान हादसे में मारे गये श्रमिकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा मृतकों के परिवार वालों को नियमानुसार मुआवजा मिलना चाहिए. नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के जीएम (कंस्ट्रक्शन) सुनील शर्मा ने कहा कि वह इस घटना की पूरी जानकारी लेंगे. साथ ही उन्होंने कहा की यह काम इरकॉन के माध्यम से कराया जा रहा है.

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क्या है सेवक-सिक्किम रेलवे प्रोजेक्ट

सेवक-सिक्किम रेलवे का विस्तार एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है. इसके जरिये बंगाल को सिक्किम से रेल के जरिये जोड़ा जायेगा. सेवक-सिक्किम तक इस परियोजना का विस्तार होने के बाद इसे नाथुला तक ले जाया जायेगा. इस रेल मार्ग के चालू हो जाने से सिक्किम से वाणिज्यिक सामानों के आदान-प्रदान में काफी सहूलियत होगी. इस परियोजना के वर्ष 2023 में पूरा होने की उम्मीद है.

करीब 45 किलोमीटर (44.98 किमी) लंबे इस रेलमार्ग पर पहाड़ियों को काटकर गुफाओं के जरिये रेल मार्ग का विस्तार किया जा रहा है. 14 टनल बनाये जा रहे हैं. परियोजना का करीब 86 फीसदी काम पूरा हो चुका है. हर टनल का व्यास 8 मीटर है. इस परियोजना पर वर्ष 2018 में काम शुरू हुआ था. वर्ष 2023 में परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. रेलवे की इस परियोजना की कुल लागत करीब 4,000 करोड़ रुपये है.

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Posted By: Mithilesh Jha

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