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Jharkhand : गढ़वा में सोन नदी उफान पर, गांवों पर मंडराया बाढ़ का खतरा, वज्रपात से 2 की मौत, विधवा हुई बेघर

heavy rain, bihar, jharkhand, flood, sone river, garhwa district : गढ़वा : झारखंड और बिहार में तीन दिन से हो रही बारिश की वजह से गढ़वा में सोन नदी उफान पर है. सोन के तटवर्ती इलाकों के कई गांवों में नदी का पानी घुस गया है. मेराल और भंडरिया में वज्रपात से कम से कम 2 लोगों की मौत हो गयी है. कांडी प्रखंड के नारायणपुर गांव की एक विधवा का घर टूट गया है, जिससे वह बेघर हो गयी है.

गढ़वा : झारखंड और बिहार में तीन दिन से हो रही बारिश की वजह से गढ़वा में सोन नदी उफान पर है. सोन के तटवर्ती इलाकों के कई गांवों में नदी का पानी घुस गया है. मेराल और भंडरिया में वज्रपात से कम से कम 2 लोगों की मौत हो गयी है. कांडी प्रखंड के नारायणपुर गांव की एक विधवा का घर टूट गया है, जिससे वह बेघर हो गयी है.

हरिहरपुर में बाढ़ की आहट से लोग डर गये हैं. खबर है कि उत्तर प्रदेश के रिहंद बांध के तीन फाटक खोले जायेंगे. इसके मद्देनजर सोन के तटवर्ती इलाकों के गांवों हरिहरपुर, डगर, डुमरसोता, दारीदह, श्रीनगर को अलर्ट कर दिया गया है. बीडीओ ने लोगों से अपील की है कि लोग नदी के किनारे न जायें.

प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि खबर मिल रही है कि लोग लकड़ी छानने के लिए नदी में गोदा लगा रहे हैं. ये लोग सावधान रहें. लोहरगडा पंचायत के मुखिया विनोद कुमार सिंह ने भी तटवर्ती इलाके के गांवों के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है. मछुआरों को नाव लेकर सोन नदी में जाने से मना क दिया गया है.

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इधर, भवनाथपुर के विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा है कि बाढ़ आने की आशंका के मद्देनजर उनके समर्थक और कार्यकर्ता सोन नदी के किनारे बसे गांवों में जाकर लोगों को बाढ़ के खतरे के प्रति आगाह कर रहे हैं. श्री शाही ने कहा है कि बाढ़ की हालत में उनके कार्यकर्ता प्रभावित गांवों के लोगों की हरसंभव मदद करेंगे.

श्री बंशीधर नगर में गुरुवार की रात हुई तेज वर्षा से नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या तीन व पांच के कई घरों में पानी घुस गया. पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोगों को जागकर रात बितानी पड़ी. वार्ड संख्या 3 के रवींद्र हलवाई व अन्य ने बताया कि वर्षा का पानी घरों में घुस गया. पानी से दुर्गंध आ रहा था, जिसकी वजह से घर में रहना मुश्किल था.

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वहीं, वार्ड संख्या 5 में जंगीपुर ग्राम स्थित पहाड़ी टोला निवासी विजय पासवान ने बताया कि रात में जब वर्षा का पानी घर में घुसने लगा, तो हमलोग घर से निकल गये. पड़ोसी के घर में जाकर रात बितायी. सुबह में घर आये और पानी निकाला. इधर, वार्ड संख्या 12 में विजय जायसवाल के घर के निकट पथ पर जलजमाव के कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

इधर, मेराल थाना क्षेत्र के अधौरा गांव में बारिश के दौरान वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गयी. महिला का नाम पार्वती देवी (35) है. प्रदीप यादव की उस वक्त महुआ चुन रही थी. उसके चार बच्चे (तीन लड़के एवं एक लड़की) अनाथ हो गये हैं.

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भंडरिया थाना क्षेत्र के करचाली पंचायत स्थित कंजिया गांव निवासी निर्मल कच्छप के पुत्र रवींद्र कच्छप (28) की ठनका गिरने से मौत हो गयी. रवींद्र खेत में हल जोत रहा था. इसी क्रम में बिजली कड़कने लगी. डरकर रवींद्र वापस अपने घर में आकर बैठ गया. बारिश से बचने के लिए आसपास के तीन लोग उसके घर में आ गये. इसी दौरान घर पर वज्रपात हुआ और वहीं रवींद्र की मौत हो गयी.

ठनका गिरने से उसके घर में मौजूद रिश्ते के भाई प्रभात कच्छप (35) को हल्का झटका लगा. बारिश थमने के बाद उसे प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंडरिया भेज दिया गया. बताया गया है कि मृतक रवींद्र कच्छप कृषि करके अपनी जीविका चलाता था. उसकी पत्नी फिलहाल मायके में है. कुछ दिन पहले ही उसके घर पुत्र का जन्म हुआ है. एक बेटी पहले से है.

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कांडी प्रखंड में गुरुवार से ही हो रही लागातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश की वजह से नारायणपुर निवासी उषा कुंवर का घर ध्वस्त हो गया. इससे उसका पूरा परिवार बेघर हो गया. उषा के पति का 10 वर्ष पूर्व निधन हो गया था. उसकी सिर्फ पांच बेटियां हैं. इनमें गांव वालों के सहयोग से दो बेटियों की शादी हो चुकी है.

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उसके मायके में माता-पिता की देखभाल करने वाला कोई नहीं है. इसलिए अपने माता-पिता को वह साथ ही रखती है. बेहद गरीब है और एक ही कमरे के मकान में गुजर-बसर करती है. भारी बारिश ने उसके सिर से छत छीन ली. गांव के लोगों की मदद से उसके मकान का मलबा हटाया गया. मुखिया के प्रतिनिधि ने कहा है कि जन-सहयोग से उषा कुंवर का घर रहने लायक बनाया जा रहा है.

Posted By : Mithilesh Jha

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